नई दिल्ली। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने बुधवार को संसद में बजट अभिभाषण पेश करते हुए कहा कि अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण की आकांक्षा सदियों से थी जो अब पूरी हुई है। उन्होंने बजट सत्र के पहले दिन संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित करते हुए राम मंदिर के निर्माण का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि राम मंदिर की आकांक्षा सदियों से थी, आज सच हुई है। उनकी इस टिप्पणी पर सदस्यों ने मेजें थपथपाई। उन्होंने कहा कि सरकार ने तीर्थस्थलों के विकास के लिए जो काम किए हैं उससे देश में तीर्थयात्रा आसान हुई है, वहीं दुनिया भी भारत में 'हैरिटेज टूरिज्म' को लेकर आकर्षित हुई है। उन्होंने कहा कि बीते एक वर्ष में आठ करोड़ से अधिक लोग काशी गए हैं। 5 करोड़ से अधिक लोगों ने उज्जैन में महाकाल के दर्शन किए हैं। राष्ट्रपति ने बताया कि अयोध्याधाम में राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा के बाद पांच दिन में 13 लाख श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं। 19 लाख से अधिक लोगों ने केदारनाथ धाम की यात्रा की है। मुर्मू ने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 को निष्प्रभावी किए जाने, औपनिवेशिक आपराधिक कानूनों के स्थान पर नए कानून बनाए जाने, नारी वंदन अधिनियम और सरकार के कई अन्य कदमों का उल्लेख किया। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि दुनिया भर में गंभीर संकटों के बीच भारत सबसे तेजी से विकसित हो रही अर्थव्यवस्था है और लगातार पिछली दो तिमाही में देश की विकास दर साढ़े प्रतिशत रही।