नई दिल्ली। भारत में कोरोनावायरस संक्रमण के 441 नए मामले सामने आए हैं जबकि उपचाराधीन मामलों की संख्या गिरकर 3,238 रह गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने रविवार को यह जानकारी दी। स्वास्थ्य मंत्रालय के शनिवार सुबह 8 बजे के अद्यतन आंकड़ों के मुताबिक पिछले 24 घंटे में किसी मरीज की मौत नहीं हुई।
उपस्वरूप जेएन. 1 के कारण मामलों में तेजी आई : पिछले साल 5 दिसंबर तक दैनिक मामलों की संख्या घटकर दोहरे अंक तक आ गई थी, लेकिन ठंड और वायरस के नए उपस्वरूप जेएन. 1 के कारण मामलों में तेजी आई है। 5 दिसंबर के बाद 1 दिन में कोविड-19 के सर्वाधिक नए मामलों की संख्या 31 दिसंबर 2023 को 841 दर्ज की गई, जो मई 2021 में दर्ज सर्वाधिक मामलों का 0.2 प्रतिशत था।
कोविड-19 के 3,238 उपचाराधीन मरीजों में से तकरीबन 92 प्रतिशत मरीज घर पर ही क्वारंटाइन में हैं। 'JN.1 'उपस्वरूप खतरनाक नहीं है: एक आधिकरिक सूत्र ने कहा कि इस समय उपलब्ध आंकड़ों से पता चलता है कि 'जेएन. 1' उपस्वरूप की वजह से न तो नए मामलों में तेजी से वृद्धि हो रही है, न ही अस्पताल में भर्ती होने वालों संक्रमितों की तादाद में बढ़ोतरी हो रही है और न ही मृत्यु दर में वृद्धि हो रही है। देश में कोरोनावायरस के डेल्टा स्वरूप के कारण अप्रैल-जून 2021 में महामारी की स्थिति बेहद भयावह हो गई थी और उस दौरान 7 मई 2021 को देश में 1 दिन में संक्रमण के 4, 14,188 नए मामले सामने आए थे और 3,915 मरीजों की मौत हुई थी। वर्ष 2020 की शुरुआत से अब तक लगभग 4 वर्ष में देशभर में कोरोनावायरस से लगभग 4.50 करोड़ से अधिक लोग संक्रमित हुए हैं तथा इससे 5.3 लाख से अधिक लोगों की मौत हुई है। स्वास्थ्य मंत्रालय की वेबसाइट के अनुसार अब तक संक्रमण से उबरने वाले लोगों की संख्या 4.4 करोड़ से अधिक हो गई है और इस संक्रमण से ठीक होने की राष्ट्रीय दर 98.81 प्रतिशत है।
मंत्रालय ने बताया कि देश में कोविड-19 रोधी टीकाकरण अभियान के तहत अब तक 220.67 करोड़ से अधिक खुराकें दी जा चुकी हैं।