अयोध्या। हर दिन 25 से 30 किलोमीटर करती है सफर पुलिस प्रोटेक्शन में अपने दोस्त रमन राज शर्मा और विनीत पांडे के साथ अयोध्या गई शबनम उत्तर प्रदेश की अयोध्या में भगवान श्रीराम के मंदिर निर्माण की पूरे देश में धूम है। 22 जनवरी को मंदिर का शुभारंग होगा। देश के साथ ही दुनियाभर के लोग इस धार्मिक समारोह में शामिल होंगे। एक तरह से भगवान राम के लिए लोगों की आस्था उमड़ पड़ी है।
हजारों हिंदू अयोध्या जा रहे हैं। इसी बीच एक ऐसा नाम है, जिसने सभी को चौंका दिया है। इस लड़की का नाम शबनम है। मुसलमान है। शबनम के कंधे पर केसरिया ध्वज, मुख पर राम नाम की ध्वनि और मुंबई से अयोध्या तक की पैदल यात्रा। जैसे ही यह तस्वीर सोशल मीडिया में नजर आई, शबनम पूरे देश की खबरों में छा गई। सवाल है कि क्या कोई मुस्लिम लड़की ऐसा कर सकती है, इसका जवाब है हां। मुंबई की रहने वाली शबनम अयोध्या तक की पैदल यात्रा पर निकली है। बता दें कि शबनम को पुलिस प्रोटेक्शन दिया गया है। इसके साथ ही उसके खाने पीने की व्यवस्था भी पुलिस कर रही है। शबनम हर दिन करीब 25 से 30 किमी सफर करती है। इसके बाद दूसरे दिन फिर यात्रा शुरू होती है। शबनम चली 'राम के द्वार' बता दें कि शबनम अपने दोस्तों- रमन राज शर्मा और विनीत पांडे के साथ अयोध्या यात्रा पर निकली हैं, उसका मकसद रामलला का दर्शन करना है। मुस्लिम होने के बावजूद शबनम की भगवान राम के प्रति अटूट आस्था है। यही वजह है जिसने शबनम को राम जन्मभूमि जाने के लिए प्रेरित किया है।
उसने अपने इन दो दोस्तों को भी साथ लिया है। और भक्तिमय हो गई अयोध्या यात्रा ऐसा नहीं है कि शबनम अकेली है जो अयोध्या की यात्रा कर रही हैं। उसे रास्ते में कई राम भक्त मिल रहे हैं। जो उसे भोजन करा रहे हैं। शबनम ने मीडिया को बताया कि उसे इस यात्रा में बहुत लोग और भक्त मिल रहे हैं। शबनम से जब पूछा गया कि वो मुसलमान है लेकिन हिंदूओं के राम मंदिर की यात्रा पर जा रही है तो उसने कहा कि राम तो सबके हैं। क्यों अयोध्या जा रही शबनम इस यात्रा के पीछे क्या उद्देश्य है, इस पर शबनम कहती हैं कि भगवान राम तो सबके हैं। उनके लिए सब एक समान है। भगवान राम की पूजा किसी विशेष धर्म या जाति तक ही सीमित नहीं है।
साथ ही उसे इस सोच को भी तोड़ना है कि लड़कियां पैदल यात्रा नहीं कर सकती है। 1425 किमी की दूरी तय करेगी शबनम: शबनम का कहना है कि भगवान राम की पूजा करने के लिए किसी को हिंदू होने की जरूरत नहीं है, बल्कि एक अच्छा इंसान होना जरूरी है। शबनम रोजाना 25-30 किलोमीटर का सफर तय करती है। उसे और उसके दोस्तों को मुंबई से अयोध्या जाने के लिए 1,425 किलोमीटर की दूरी तय करनी है। शबनम की इस यात्रा की कई वीडियो सामने आए हैं, जिसमें वह यात्री करती हुई दिख रही है। शबनम और उसके दोस्तों का कहना है कि राम के प्रति अटूट आस्था ही उन्हें प्रेरित करती है।
सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद अब कई लोग शबनम से मिलने आ रहे हैं। साथ ही स्थानीय पुलिस भी उसकी मदद कर रही है, ताकि यात्रा में किसी तरह की परेशानी न हो।