देश और दुनिया में 2 अक्टूबर का इतिहास
1492 - ब्रिटेन के किंग हेनरी सप्तम ने फ्रांस पर आक्रमण किया।
1924 - राष्ट्रसंघ को शक्तिशाली बनाने के उद्देश्य से लाया गया जेनेवा प्रस्ताव
1924 महासभा द्वारा स्वीकृत हुआ किंतु बाद में उसकी पुष्टि नहीं हुई।
1952 - सामुदायिक विकास कार्यक्रम की शुरूआत हुई।
1961 - बम्बई (अब मुंबई) में शिपिंग कारपोरेशन ऑफ इंडिया का गठन।
1971 - तत्कालीन राष्ट्रपति वी.वी. गिरि ने गांधी सदन के नाम से प्रसिद्ध बिड़ला हाउस देश को समर्पित किया। यहीं पर महात्मा गांधी की हत्या हुई थी।
1982 - तेहरान में बम विस्फोट से 60 मरे, 700 घायल।
1985 - दहेज निषेधाज्ञा संशोधन अधिनियम अस्तित्व में आया।
1988 -कोरिया के सिओल में 24वें ओलंपिक खेलों का समापन।
2000 - रूस के राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन भारत की चार दिवसीय यात्रा दिल्ली पहुँचे।
2001 - 19 देशों के संगठन नाटो ने अफ़ग़ानिस्तान पर हमले के लिए हरी झंडी दी।
2003 - हंगरी के प्रधानमंत्री पीटर मैडगेसे भारत की यात्रा पर आये।
2004 - संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने कांगों में 5900 सैनिक भेजने का प्रस्ताव मंजूर किया।
2006 - दक्षिण अफ़्रीका ने परमाणु ईधन आपूर्ति मामले पर भारत को समर्थन देने का फैसला किया।
2007 - उत्तर व दक्षिण कोरिया के बीच दूसरी शिखर बैठक सम्पन्न हुई।
2012 - नाइजीरिया में बंदूकधारियों ने 20 छात्रों की हत्या की।
2 अक्टूबर को पैदा हुए हस्तियों की सूची
1997 - लवलीना बोरगोहेन - भारतीय मुक्केबाज़ खिलाडी हैं।
1985 - भव्या लाल - नासा में भारतीय मूल की अमेरिकी वैज्ञानिक हैं।
1979 - हंगपन दादा - 'अशोक चक्र' से सम्मानित भारतीय सेना के जांबाज सैनिक थे।
1967 - अर्देम पटापौटियन - अमेरिका के प्रसिद्ध आणविक जीव विज्ञानी, तंत्रिका वैज्ञानिक हैं।
1933 - शंकर शेष - हिन्दी के प्रसिद्ध नाटककार तथा सिनेमा कथा लेखक थे।
1974 - प्रीतम सिवाच - भारतीय महिला हॉकी टीम की पूर्व कप्तान
1869 - महात्मा गाँधी - भारत के राष्ट्रपिता
1898 - प्रजापति मिश्र - बिहार के प्रमुख गाँधीवादी रचनात्मक कार्यकर्ता और स्वतंत्रता सेनानी
1904 - लालबहादुर शास्त्री - भारत के दूसरे प्रधानमंत्री
1942 - आशा पारेख - प्रसिद्ध फ़िल्म अभिनेत्री
1924 - तपन सिन्हा - प्रसिद्ध फ़िल्म निर्देशक
1901 - गोकुल लाल असावा - देश की स्वतंत्रता के लिए योगदान करने वाले क्रांतिकारियों में से एक थे।
1900 - लीला नाग - प्रसिद्ध बंगाली पत्रकार और महिला क्रांतिकारी थीं।
1891 - विनायक पांडुरंग करमरकर - भारत के प्रसिद्ध मूर्तिकार थे।
2 अक्टूबर को जिन्होने दुनिया को कहा अलविदा
1906 - राजा रवि वर्मा - विख्यात चित्रकार
1964 - राजकुमारी अमृत कौर - भारत की एक प्रख्यात गांधीवादी, स्वतंत्रता सेनानी और सामाजिक कार्यकर्ता
1975 - के. कामराज - भारत रत्न सम्मानित स्वतंत्रता सेनानी, राजनेता, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री
1982 - सी. डी. देशमुख, ब्रिटिश शासन के अधीन आई.सी.एस. अधिकारी और स्वतंत्रता के बाद भारत के तीसरे वित्त मंत्री