पंचांग के अनुसार आज बुध प्रदोष व्रत रखा जा रहा है. जो कि भाद्रपद माह का आखिरी प्रदोष व्रत है. इस दिन भगवान शिव और मां पार्वती का पूजन किया जाता है. यह प्रदोष व्रत बुधवार के दिन पड़ रहा है और यदि दिन भगवान गणेश को समर्पित है. इसलिए यदि बुध प्रदोष व्रत के दिन भगवान शिव और माता पार्वती के साथ भगवान गणेश का पूजन किया जाए तो जीवन में आ रही सभी बाधाएं समाप्त होती हैं. प्रदोष व्रत के दिन भोलेनाथ का पूजन शाम के समय किया जाता है क्योंकि इस समय भगवान प्रसन्न मुद्रा में होते हैं. आइए जानते हैं बुध प्रदोष व्रत के दिन पूजा का शुभ मुहूर्त और पूजा विधि.
बुध प्रदोष व्रत 2023 शुभ मुहूर्त:-
प्रदोष व्रत के दिन भगवान शिव का पूजन प्रदोष काल यानि शाम के समय किया जाता है. कहते हैं कि इस समय भोलेनाथ प्रसन्न मुद्रा में होते हैं और उनसे कुछ मांगा जाए तो वह अपने भक्तों को निराश नहीं करते. बुध प्रदोष व्रत के दिन पूजा का शुभ मुहूर्त शाम को 6 बजकर 12 मिनट से लेकर रात 8 बजकर 36 मिनट तक रहेगा.
बुध प्रदोष व्रत पूजन विधि:-
बुध प्रदोष व्रत के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि करें और स्वच्छ वस्त्र पहनें. इसके बाद हाथ में जल लेकर व्रत का संकल्प करें. फिर मंदिर को स्वच्छ करें और मंदिर समेत पूरे घर में गंगाजल का छिड़काव करें. इसके बाद भगवान शिव की पूजा शुरू करें और उनका जलाभिषेक करें. फिर चंदन का तिलक लगाएं और धूप-दीप जलाएं. दिनभर भोलेनाथ की अराधना करते हुए व्रत रखें.