प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूनान की राष्ट्रपति कैटरीना एन सकेलारोपोउलू से कहा कि चंद्रयान- 3 की सफलता केवल भारत की ही नहीं, बल्कि पूरी मानवता की जीत है।
इससे पहले, प्रधानमंत्री मोदी ने चंद्रयान अभियान की सफलता पर यूनानी राष्ट्रपति की ओर से दी गई शुभकामनाओं के लिए आभार जताया। मोदी ने 15वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए दक्षिण अफ्रीका से यूनान की राजधानी पहुंचने के बाद राष्ट्रपति से मुलाकात की। दोनों नेताओं ने भारत-यूनान मित्रता को और मजबूत करने के तरीकों पर भी चर्चा की। मोदी ने 'एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, एथेंस में राष्ट्रपति कैटरीना साकेलारोपोउलू से मिलकर खुश हूं। हमने कई मुद्दों पर चर्चा की जो भारत-यूनान मित्रता को मजबूत करेंगे। हमने सतत विकास को बढ़ावा देने के तरीकों पर भी चर्चा की। उन्होंने चंद्रयान-3 की सफलता पर भारत को बधाई दी। बोले जेल जाने से भारत के सफल चंद्रमा मिशन के लिए सकेलारोपोउलू की शुभकामनाओं का जवाब देते हुए मोदी ने कहा, चंद्रयान-3 की सफलता केवल भारत की जीत नहीं है, यह पूरी मानव जाति की जीत है। उन्होंने कहा, चंद्रयान-3 मिशन द्वारा एकत्र किए गए आंकड़ों के निष्कर्षो से पूरी वैज्ञानिक बिरादरी और मानव जाति को मदद मिलेगी।
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के महत्वाकांक्षी चंद्रयान-3 मिशन के बुधवार को चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचने के साथ ही भारत ने इतिहास रच दिया और इस अज्ञात सतह पर उतरने वाला पहला देश बन गया। वह उन चार देशों के एक विशिष्ट क्लब में भी शामिल हो गया जो अब तक चांद की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग कराने में सफल हुए हैं। इनमें पूर्ववर्ती सोवियत संघ, अमेरिका और चीन शामिल हैं। विदेश मंत्रालय ने 'एक्स' पर कहा कि प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति सकेलारोपोडलू के बीच चर्चा में लोकतंत्र के साझा मूल्यों, चंद्रयान मिशन की सफलता, महिलाओं के नेतृत्व वाले विकास, भारत की जी 20 अध्यक्षता और द्विपक्षीय संबंधों को गहरा करने के तरीकों पर चर्चा द्विपक्षीय संबंधों को गहरा करने के तरीकों पर चर्चा हुई। एक अन्य पोस्ट में मोदी ने उन्हें 'अँड क्रॉस ऑफ द ऑर्डर ऑफ ऑनर देने के लिए यूनान की राष्ट्रपति सकेलारोपोलोउलू और सरकार तथा जनता को धन्यवाद दिया। उन्होंने कार्यक्रम की एक तस्वीर साझा करते हुए कहा, यह दिखाता है कि यूनान के लोगों के मन में भारत के प्रति कितना सम्मान है। विदेश मंत्रालय ने एक ट्वीट में कहा कि यह भारत-यूनान साझेदारी की ताकत को दर्शाने वाला एक विशेष सम्मान है। इससे पहले ढोल-नगाड़ों की थाप और वंदे मातरम' के नारों के बीच प्रधानमंत्री मोदी का एथेंस में उनके होटल के बाहर बड़ी संख्या में एकत्र हुए प्रवासी भारतीयों ने जोरदार स्वागत किया।
तिरंगा थामे वहां खड़े कई लोगों ने प्रधानमंत्री के साथ सैल्फी ली, उनसे ऑटोग्राफ लिए तथा उनसे हाथ भी मिलाया प्रधानमंत्री मोदी ने यूनान में अपने कार्यक्रमों की शुरुआत एथेंस में अज्ञात सैनिकों के मकबरे पर श्रद्धांजलि अर्पित करने के साथ की पिछले 40 साल में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की यूनान की यह पहली यात्रा है। इसके बाद उन्हें एक समारोह में 'सलामी गारद पेश किया गया। मोदी, यूनान के प्रधानमंत्री किरियाकोस मित्सोताकिस के निमंत्रण पर यहां आए हैं वह दक्षिण अफ्रीका से यहां यूनान की राजधानी पहुंचे। दक्षिण अफ्रीका में उन्होंने 15वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भाग लिया और विश्व के कई नेताओं के साथ द्विपक्षीय बैठकें की ताकि उनके देशों के साथ भारत के संबंधों को और मजबूत बनाया जा सके। यूनान के विदेश मंत्री जॉर्ज गेरापेट्रिटिस ने हवाई अड्डे पर गर्मजोशी से प्रधानमंत्री का स्वागत किया। यूनान के इस प्राचीन शहर पहुंचने के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने 'गुमनाम सैनिकों के मकबरे पर श्रद्धांजलि अर्पित की। गुमनाम सैनिकों का मकबरा एथेंस में सिंटाम्मा स्क्वायर में स्थित एक युद्ध स्मारक है, जो पुराने रॉयल पैलेस के सामने है। यह विभिन्न युद्धों के दौरान मारे गए यूनान के सैनिकों को समर्पित है।