चांद पर चंद्रयान 3 की सॉफ्ट लैंडिंग के साथ ही लैंडर और रोवर ने अपना काम शुरू कर दिया है चंद्रयान-3 मिशन के लैंडर 'विक्रम' ने चंद्रमा की सतह पर उतरने के लिए अपेक्षाकृत एक समतल क्षेत्र को चुना। उसके कैमरे से ली गए तस्वीरों से यह पता चला है। इसरो ने ट्वीट कर कहा कि लैंडर से निकलकर रोवर ने की चांद की सैर।
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के अनुसार, विक्रम के सफलतापूर्वक चंद्रमा पर पहुंचने के तुरंत बाद 'लैंडिंग इमेजर कैमरा' ने ये तस्वीरें कैद कीं तस्वीरें चंद्रयान-3 के लैंडिंग स्थल का एक हिस्सा दिखाती हैं। लेंडर का एक पैर और उसके साथ की परछाई भी दिखाई दी। इसरो ने बताया कि लैंडर और इसरो के यहां मिशन ऑपरेशंस कॉम्प्लेक्स (MOX) के बीच संचार भी स्थापित हुआ है। इसरो ने चंद्रयान-3 के चंद्रमा की सतह पर उतरते वक्त ली गई तस्वीरें भी जारी की हैं। लैंडर के बाद रोवर की बारी : चंद्रयान-3 की चंद्रमा की सतह पर सफलतापूर्वक सॉफ्ट लैंडिंग के 2 घंटे 26 मिनट बाद रोवर लैंडर से बाहर आ गया। अब रोवर 14 दिनों तक चांद पर रहेगा और इसरो के वैज्ञानिकों द्वारा दिए गए टास्क को पूरा करेगा। उसके विभिन्न कार्यों में चंद्रमा की सतह के बारे में और जानकारी हासिल करने के लिए वहां प्रयोग करना भी शामिल है। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के अनुसार, लेंडर और रोवर में पांच वैज्ञानिक उपक्रम (पेलोड) हैं जिन्हें लैंडर मॉड्यूल के भीतर रखा गया है।