नीमच। जिले के सभी स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी-कर्मचारियों की उपस्थिति सार्थक एप के माध्यम से ऑनलाईन सुनिश्चित की जाए। हेल्थ एण्ड वेलनेस सेन्टर पर सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी निर्धारित समय पर उपस्थित रहे एवं स्वास्थ्य केन्द्र के बाहर दौरा कार्यक्रम आवश्यक रूप से प्रर्दशित करे। प्रति मंगलवार जिले में आयोजित जनसुनवाई से आनलाईन जुडे और प्राप्त शिकायत या आवेदनों का तत्काल निराकरण सुनिश्चित करे। यह निर्देश कलेक्टर दिनेश जैन ने शुक्रवार को कलेक्टोरेट सभाकक्ष नीमच में आयोजित जिला स्तरीय स्वास्थ्य समिति की बैठक में स्वास्थ्य कार्यक्रमों और योजनाओं की प्रगति की समीक्षा करते हुए मुख्य चिकित्सा अधिकारी, सिविल सर्जन एवं सभी बीएमओ को दिए । बैठक में जिला पंचायत सीईओ गुरूप्रसाद, एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे। बैठक में कलेक्टर ने सीएमओ नीमच को अस्पताल परिसर में रोड बनवाने, नवनिर्मित रैन बसेरा को तत्काल चालू करवाने, अस्पताल मे रेन हार्वेस्टींग सिस्टम लगाने के निर्देश दिए। उन्होने कहा कि नगर पालिका एवं स्वास्थ्य विभाग समन्वय कर संजीवनी क्लिनीक का निर्माण कार्य शीघ्र प्रारंभ करे। कलेक्टर जैन ने माह अप्रेल में हुई मातृ मृत्यु के प्रकरणों की समीक्षा के दौरान निर्देश दिये कि मरीजों और गर्भवती महिलाओं को प्रसूति के लिए जिला चिकित्सालय से अनावश्यक रैफर न किया जावे। यदि ड्यूटी डाक्टर को लगता है कि रैफर करना अत्यंत आवश्यक है, तो एक बार वरिष्ठ चिकित्सक की सलाह अवश्य ले ली जाये।
मातृ स्वास्थ्य कार्यक्रम की समीक्षा में कलेक्टर ने निर्देश दिए कि , गर्भवती महिलाओं का प्रथम त्रैमास में पंजीयन कर उन्हे प्रसव पूर्व समस्त सेवाए समय पर उपलब्ध कराये तथा उसकी इंट्री आर.सी.एच.पोर्टल में की जाए। कलेक्टर ने कहा कि प्रसव पूर्व जांच की सेवाओं में जिन ए.एन.एन. द्वारा 10 प्रतिशत से कम कार्य किया गया उनका वेतन कटौत्रा किया जाए। साथ ही अच्छा कार्य करने वाले कर्मचारी को पुरस्कृत भी किया जावे। समीक्षा बैठक में टीकाकारण कार्यक्रम, राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम, परिवार कल्याण कार्यक्रम, अन्धत्व निवारण कार्यक्रम की समीक्षा भी की गई। कलेक्टर ने निर्देश दिए कि माह जून में काकलियर इंप्लांट से छूटे बच्चों एवं क्लब फुट के बच्चों के लिये विशेष शिविर आयोजित कर बच्चों को चिन्हित किया जाए। आंगनवाडी एवं आशा कार्यकर्ता सर्वे करके बच्चों को चिन्हांकित करेंगे।
चिन्हींत बच्चों को हियंरीग एड प्रदाय किये जावेगे तथा ब्लब फुट के बच्चों का भी उपचार किया जावेगा।