नीमच। जिले के सभी वर्गों के नागरिकों में आपसी सद्भाव एवं सामाजिक सौहार्द्र का वातावरण निर्मित करने तथा आपसी समझ विकसित किये जाने की आवश्यकता है। अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति वर्ग एवं अन्य वर्गों के बीच सामाजिक सौहार्द्र स्थापित करने की दिशा में कदम उठाए जाएं। यह बात कलेक्टर दिनेश जैन ने बुधवार को कलेक्टोरेट सभाकक्ष में आयोजित जिला स्तरीय सतर्कता एवं मॉनिटरिंग समिति की प्रथम त्रैमासिक बैठक में विभिन्न विभागों के अधिकारियों को संबोधित करते हुए कही।
बैठक मेंपुलिस अधीक्षक अमित कुमार तोलानी, अपर कलेक्टर नेहा मीना, सहायक जिला लोक अभियोजक चन्द्रककांत नाफड़े, विशेष लोक अभियोजक केपीएस झाला, समिति में अशासकीय सदस्य हेमंत हरित, रतनलाल मालावत, अशोक जोशी एवं अन्य अधिकारी,कर्मचारीगण उपस्थित थे।
बैठक के प्रारंभ में विगत त्रैमास की बैठक के कार्यवाही विवरण के पालन प्रतिवेदन का वाचन किया गया। तत्पश्चात अजा,जजा अत्याचार निवारण अधिनियम अंतर्गत प्राप्त प्रकरणों में स्वीकृत राहत राशि एवं वितरित राशि, विशेष न्यायालयों में चल रहे प्रकरणों, पुलिस द्वारा अधिनियम अंतर्गत पंजीबद्ध प्रकरणों, यात्रा भत्ता, भरण-पोषण भुगतान एवं स्थल निरीक्षण की समीक्षा की गई।
कलेक्टर जैन ने समीक्षा के दौरान निर्देश दिये कि प्रत्येक बैठक में पूर्व के आपराधिक घटनाओं के आंकड़ों का विश्लेषण किया जाना चाहिये, जिससे अपराधों में कमी एवं वृद्धि के बारे में जानकारी प्राप्त हो सके। कलेक्टर जैन ने जाति प्रमाण पत्रों के अभाव में लंबित राहत प्रकरणों के निराकरण हेतु अजा,जजा अत्याचार अधिनियम अंतर्गत प्रकरण दर्ज होते ही पीडि़त पक्ष के जाति प्रमाण बनवाए जाने की त्वरित कार्यवाही करने के निर्देश दिये।
बैठक के अंत में जिला संयोजक राकेश कुमार राठौरने आभार व्यक्त किया।