यह दिन इन सब घटनाओं के अलावा और भी बहुत सी महत्वपूर्ण घटनाओं का साक्षी है। उन सब का सिलसिलेवार ब्यौरा इस प्रकार है।:-
1689: मुगल बादशाह औरंगजेब ने शिवाजी के पुत्र संभाजी को यातनाएं देकर मौत के घाट उतारा।
1881: कलकत्ता टाउन हाल में रामनाथ टैगोर की प्रतिमा लगाई गई। यह पहला मौका था जब किसी भारतीय की प्रतिमा को सार्वजनिक स्थल पर स्थापित किया गया।
1948: देश के प्रथम पोत जल ऊषा का विशाखापत्तनम से जलावतरण। इसे उस समय आधुनिक प्रणालियों से लैस किया गया था।
1985: कोंस्तान्तिन चेरेंकों की मौत के बाद मिखाइल गोर्बाचेव को सोवियत संघ का सर्वोच्च नेता चुना गया।
1990: संसद में मतदान के बाद लिथुआनिया ने खुद को सोवियत संघ से स्वतंत्र घोषित किया। ऐसा करने वाला वह पहला सोवियत गणराज्य था।
1996: ईरान ने सैटेनिक वर्सेज किताब के लेखक सलमान रुश्दी के ख़िलाफ़ जारी किया गया फ़तवा वापस ले लिया।
2004: स्पेन में तीन रेलवे स्टेशनों पर हुए बम विस्फोटों में 190 लोगों की मौत, 1200 अन्य घायल।
2008: अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने अपने यान एंडेवर को अपने अंतरिक्ष स्टेशन की ओर रवाना किया।
2011: भारत ने 350 किलोमीटर दूर तक का निशाना साधने वाली प्रक्षेपास्त्र ‘धनुष’ और ‘पृथ्वी’ का सफल परीक्षण किया।
2011: जापान में प्रशांत तट पर तोहोकू के पास समुद्र में रिक्टर पैमाने पर 9 तीव्रता के भीषण भूकंप के बाद सुनामी ने भयंकर तबाही बचाई और 15 हजार से ज्यादा लोगों की मौत के साथ ही भारी नुकसान हुआ। यह जापान के इतिहास का अब तक का सबसे शक्तिशाली भूकंप था।