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सिर्फ एक फोन कॉल जो आपके खाते से लाखों रुपए उड़ा सकता है..? ऐसे फ्रॉड से कैसे बचे जाने फॉरेंसिक एजस्पार्ट विजया तिवारी के साथ

Neemuch Headlines November 30, 2022, 9:26 am Technology

मोबाइल नंबर स्पूफिंग कोई नई टेक्नोलॉजी नहीं है, इसका उपयोग कई तरीकों से जालसाज लोगों को धोखा देने के लिए कर रहे हैं। जैसे-जैसे टेक्नोलॉजी आगे बढ़ रही है ठीक उसी रफ्तार से साइबर ठग लोगों को लूटने के लिए हर दिन नए-नए तरीके ईजाद करते रहते हैं. फेक कॉल के जरिए लोग लाखों लूटने की फिराक में रहते हैं. कई ऐसी घटनाएं सामने आईं हैं जब दिग्गज हस्तियां भी स्पूफ कॉलिंग का शिकार हुई हैं। आज के समय में क्या अमीर क्या गरीब कोई भी साइबर्ट्रक से नहीं बचा है

साइबर अपराधियों के लिए स्पूफ कॉलिंग एक नया अस्त्र बन गया है। स्पूफ कॉलिंग के मास्टर माइंड ऐसी जाल बिछाते हैं कि ठगे जाने वाले शख्स को जरा भी भनक नहीं लगती कि वह जालसाजों का शिकार बन चुका है। साइबर अपराधी अमेरिका में स्पूफ कॉल के जरिए 57 हजार करोड़ के बिटकॉइन चुरा चुके हैं. भारत में भी ऐसे कई मामले सामने आए जब किसी शख्स को उसके दोस्त के फोन नंबर से स्पूफ कॉल कर ठगों ने लाखों लूट लिए हों। साइबर क्राइम अंडरवर्ल्ड का नया रूप है. सरकार इसे रोकने के लिए एक तरीका निकालती है तो साइबर अपराधी लोगों को ठगने का नया अस्त्र ढूंढ लेते हैं. ऐसा ही एक नया अस्त्र है स्पूफ कॉल. स्पूफ कॉल के जरिए साइबर अपराधियों ने बिटकॉइन रखने वाले लोगों को निशाना बना कर साल 2021 के अंत तक 770 करोड़ डॉलर चुरा लिए. भारतीय रुपयों में इसकी कीमत 57 हज़ार करोड़ है.

यह भी जाने :-

ऐसे फोन कॉल को स्पूफ कॉल कहा जाता है जिसमें अपराधी जिसे कॉल करता है उस रिसीवर के फोन में जो नंबर दिखता है, उसे अपराधी तय करता है. कोई भी अपराधी किसी को खुद उस व्यक्ति के किसी रिश्तेदार के नंबर से कॉल कर सकता है, किसी दोस्त के नंबर से कॉल कर सकता है या फिर किसी सेलिब्रिटी के नंबर से भी कॉल कर सकता है. वह भी तब जब अपराधी के पास वो मोबाइल नंबर हो भी ना. यह खतरनाक इसलिए भी है क्योंकि अपराधी आपके नंबर से कॉल करके किसी व्यक्ति को भी ठग सकते हैं. पीड़ित और पुलिस को लगेगा कि फोन आपने किया है.  

स्पूफ कॉलिंग के लिए ऐसे कई ऐप आते हैं जिसके जरिए स्पूफ किया जा सकता है. इसमें होता ये है कि उस ऐप में आप जिसका मोबाइल नंबर और नाम डालेंगे वही नाम और नंबर कॉल रिसीव करने वाले को दिखेगा. कॉनमैन सुकेश चंद्रशेखर भी यही करता था. उस ठग ने भी इसी स्पूफ कॉल के जरिए बॉलीवुड अभिनेत्रियों से लेकर प्रवर्तन निदेशालय (ED) के एक केस में जेल में बंद बड़े बिजनेसमैन की पत्नी को ठगा था. सुकेस चंद्रशेखर ने बिजनेसमैन की पत्नी को देश के गृहसचिव के नंबर से कॉल किया था और करोड़ों ठगे थे.

कैसे ध्वस्त हो स्पूफ कॉलिंग का नेटवर्क? :-

मैं अपने हर आर्टिकल में यह जरूर मेंशन करती हूं कि डरे नहीं अपितु सतर्क रहें। हमारी सावधानी साइबर ठगों की सबसे बड़ी हार है और हमारी सबसे बड़ी मजबूती। स्पूफिंग की बात करें तो साइबर अपराधियों के नए अस्त्र कॉलिंग स्पूफ को ध्वस्त करना बेहद मुश्किल है. ऐसे फोन कॉल्स के ऑर्गेनाइजेशन का पता लगाना बेहद मुश्किल है. इंटरनेट पर कई वेबसाइट ऐसी हैं जो चंद पैसों के लिए स्पूफ कॉल की सुविधा देती हैं. उन्हें बैन करने की जरूरत है।

बचाव कैसे संभव है :-

अगर आप किसी भी तरह के साइबर क्राइम का शिकार होते हैं तो www.cybercrime.gov.in लिंक पर जाकर अपनी शिकायत रजिस्टर करा सकते हैं. पुलिस स्टेशन में जाकर आप साइबर सेल में भी अपने खिलाफ हुई धोखाधड़ी के बारे में जानकारी दे सकते हैं, साइबर अपराधों से जुड़े मामलों की शिकायत हेल्पलाइन नंबर 155260 पर की जा सकती है. बैंक अकाउंट से जुड़े फ्रॉड के मामले भी यहीं दर्ज कराए जा सकते हैं।

जाने नियम व प्रावधान :-

साइबर क्राइम से जुड़े ज्यादातर मामले IT एक्ट 2000 के तहत चलते हैं. अपराधियों के खिलाफ धारा 43, 65, 66 और 67 के तहत केस चलते हैं. IPC की धारा 420, 120बी और 406 के तहत भी केस चल सकता है।

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