Latest News

पांच दिवसीय शरदोत्सव की धुम दशहरे से हुई प्रारंभ, समाज के हर घर जायेगी बाब जी की सवारी

विनोद पोरवाल October 6, 2022, 5:01 pm Technology

कुकडेश्वर। नगर के सूर्यवंशी कुमरावत तमोली समाज के आराध्य देव श्री केशुबाब जी नारोडा़ जी का पांच दिवसीय शरदोत्सव दशहरे से पुर्णिमा तक पान उत्पादक तमोली समाज पूर्णिमा उत्सव मनाते है। नारोडा़ बावजी का अवतरण दिवस से अवसान दिवस तक का यह पर्व समाज जन बड़ी आस्था व श्रद्धा से बड़े ही हर्षोल्लास पूर्वक मनातें है। केशु बावजी की सवारी मार तुलसी मरवा व बांस रस्सियों की सहायता से दशहरे के दिन सुर्याअस्त के बाद सूर्यवंशी कुमरावत तंबोली समाज द्वारा बनायी जाती एवं श्री लक्ष्मी नाथ मंदिर से सवारी को प्रारंभ कर प्रथम दिन पांच घरों पर दिप तेल से ज्योत प्रज्वलित करतें हैं। इसी के साथ शरद उत्सव का शुभारंभ हो जाता दशहरे से पांचों दिनों तक करीबन सांय 7:00 बजे मंदिर से सवारी व ज्योत के साथ हर घर ले जायी जाती है सवारी ढोल ढमाकों के साथ निकलती है आश्विन सुदी चौदस को विशेष पूजा आरती होती है। एवं शरण पुर्णिमा को साम से लेकर प्रातः तक बाबजी की सवारी समाज के प्रत्येक घर पहुंचती है जहां पर समाज जन आस्था व श्रद्धा से पुजा अर्चना महाआरती कर सुखी समृद्धि और खुशाली का आर्शीवाद बाबजी से लेती है। समाज द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम भी रखें जातें हैं। इसी प्रकार चौदश को जुनी नाना देवी मंदिर पर पुजा अर्चना कर सामुहिक चौंके लगते वहीं पुर्णिमा को नई नाना देवी मंदिर पर पुजा अर्चना महाआरती होती व सामुहिक चौंके लगते हैं। नगर के बड़े समाज सूर्यवंशी कुमरावत तंबोली समाज का पांच दिवसीय शरदोत्सव 5 अक्टूबर बुधवार दशहरे से लेकर 10 अक्टूबर सोमवार पूर्णिमा तक समाज जन बड़ी आस्था और श्रद्धा के साथ मनाते हैं उक्त अवसर पर तमोली समाज घर-घर रोशनी करता है एवं मंदिर से लेकर नीम चौक और समाज के पुरे मौहल्ले में आकर्षक विद्युत सज्जा कर एरिये को दुल्हन की तरह सजा देते हैं समाज जन अपने आराध्य देव केशु बाब जी नारोडा़ जी का पर्व प्रारंभ होकर नित्य रात्रि को बैण्ड बाजों व डोल ठमाकों से शाही सवारी शाही लाजमें के साथ घर घर पहुंचेंगी।

Related Post