नीमच। जिला पंचायत सभाकक्ष नीमच में बुधवार को मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत गुरूप्रसाद की अध्यक्षता में जिला स्तरीय निर्यात प्रोत्साहन समिति, जिला स्तरीय लघु उद्योग संवर्धन बोर्ड एवं एग्री एक्सपोर्ट समिति की बैठक आयोजित की गई।
बैठक के आरंभ में महाप्रबंधक उद्योग श्री अमरसिंह मोरे ने बैठक आयोजन के उद्देश्य एवं एजेण्डा के संबंध में जानकारी दी। बैठक में जिले को निर्यात हब के रूप में विकसित करने तथा जिले से निर्यात को बढ़ावा देने के संबंध में उद्योगपतियों से चर्चा की गई।
उद्योगपतियों ने निर्यात को बढ़ावा देने हेतु एक्सपर्टस को आमंत्रित कर विशेष सेमीनार आयोजित करने का सुझाव दिया। जिस पर मई 2022 में सेमीनार आयोजित करने हेतु सहमति दी गई।
कृषि उत्पाद यथा गेहॅू, धनियां , इसबगोल, एवं हर्बल प्रोडक्ट आदि के निर्यात की संभावना पर भी चर्चा हुई। बैठक में उपस्थित उद्योगपतियों को भारत शासन की MSE-CDP योजना की जानकारी दी गई।
इस योजनांतर्गत क्लस्टर की स्थापना तथा कॉमन फैसिलिटी सेंटर्स की स्थपना पर हुये व्यय का 70 प्रतिशत अनुदान भारत शासन द्वारा दिया जाता है। बैठक में बताया गया कि जिले में कृषि एवं उद्यानिकी फसलों का उत्पादन बहुतायत में होने के कारण फूड प्रोसेसिंग क्लस्टर स्थापना की प्रचुर संभावना है। उद्योगपतियों से फूड प्रोसेसिंग क्लस्टर स्थापना हेतु प्रयास करने का अनुरोध किया गया है।
उद्योगपतियों को एमएसएमई प्रोत्साहन योजना 2021 तथा मध्यप्रदेश एमएसएमई को औ़द्योगिक भूमि तथा भवन आवंटन एवं प्रबंधन नियम 2021 के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। उद्योगपतियों द्वारा झांझरवाड़ा औद्योगिक क्षेत्र में भूखण्ड का मूल्य अधिक होने के कारण आवंटन हेतु ली जाने वाल राशि को 5 समान किश्तों में लिये जाने का अनुरोध किया गया।
तथा औद्योगिक क्षेत्र, नीमच के विकास कार्य के संबंध में उद्योगपतियों द्वारा सुझाव दिये गये। महाप्रबंधक जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र, नीमच ने अवगत कराया, कि रामपुरा औद्योगिक क्षेत्र में 15 भूखण्ड रिक्त है, जिनका प्रथम आओ प्रथम पाओ के आधार पर एमएसएमई विभाग की वेबसाईट www.mpmsme.gov.in के माध्यम से आवंटन हेतु बुकिंग की जा सकती है। बैठक में उद्योग, कृषि, उद्यानिकी, श्रम, पंजीयक, कृषि विज्ञान केन्द्र, विद्युत, एन आर एल एम, सहकारिता, कृषि के अधिकारी तथा उद्योग संघ के अध्यक्ष, कमल ऐरन, सचिव अशोक कोठारी सहित अन्य उद्योगपति एवं निर्यातक इकाईयों के प्रतिनिधी तथा लघु उद्योग भारती उपस्थित थे।