नामांतरण विज्ञप्ति के चार दिन बाद फ्री होल्ड की कर दी विज्ञप्ति जारी, करोडों रूपए की जमीन लीज नवीनीकरण नियम के विपरीत
— पूर्व सीएमओ रीयाजुद्दीन कुरैशी व वर्तमान सीएमओ सीपी राय की भूमिका संदिग्ध-मोनू लोक्स
नीमच। शहर के बहुचर्चित फव्वारा चौक के समीप स्थित उषा चिकित्सालय की जमीन कोडियों के दाम में मकान बनाने के लिए दी थी, लेकिन धीरे—धीरे यह जमीन व्यसायिक उपयोग में आती गई और वर्तमान में अस्पताल की बहुमंजिला ईमारत खडी हो गई है। पूर्व में उक्त जमीन की मूल नस्ती ही गायब थी, डॉक्टर जोशी दंपत्ति ने मनमाफिक नस्ती तैयार कर नपा में जमा करवाई और अवैध तरीके से उक्त भूमि को वैध करवाने का सिलसिला शुरू किया गया। नगरपालिका से निकाले गए दस्तावेजों में चौकाने वाले तथ्य सामने आए है। उक्त भूमि का नामांतरण प्रक्रिया पूर्ण हीं नहीं हुई इससे पहले फ्री होल्ड प्रक्रिया शुरू कर दी है। इस मामले में पूर्व सीएम रीयाजुददीन कुरैशी और वर्तमान सीएमओ सीपी राय की भूमिका संदिग्ध है। उक्त आरोप लगाते हुए पूर्व पार्षद महेंद्र मोनू लोक्त ने जानकारी देते हुए बताया कि शहर के फव्वारा चौक के समीप स्थित 16 हजार वर्गफीट भूमि श्रीनिवास मंडलोई को वर्ष 1960 आवंटित हुई थी। दस वर्ष के लिए यह पटटा जारी हुआ था। शर्तों का उल्लंघन करने पर नपा ने उक्त भूमि की लीज निरस्त कर दी थी वहीं नपा के रिकार्ड में इसकी मूल नस्ती भी नहीं थी। डॉक्टर दंपत्ति ने उक्त करोडों की जमीन हडपने के लिए नपा के अधिकारियों से सांठगांठ कर नियमो के विपरीत दस्तावेज तैयार करने का खेल शुरू किया। दिनांक 14 मई 2020 को नामांतरण की विज्ञप्ति स्थानीय समाचारों में प्रकाशित की और दावे—आपत्तिया प्रस्तुत करने की समय सीमा एक माह तय की गई थी, पर चार दिन बाद 18 मई 2020 को उक्त भूमि को फ्री होल्ड किए जाने की विज्ञप्ति जारी कर दी। कागजों में कोरोनाकाल में चार दिन में ही दावे—आपत्तिया सहित नामांतरण की तमाम प्रक्रिया पूर्ण कर ली गई। जबकि नियमों के मुताबिक किसी भी भूमि का नामांतरण किए जाने के लिए दावे—आपत्तियों प्राप्त किए जाने की अवधित एक माह होती है। नियमों को नियमों से परे रखते हुए, समय-समय पर लीज नवीनीकरण की कार्यवाही की गई। उक्त स्थान पर आवासीय भवन के स्थान पर व्यवसायिक भवन, अस्पताल का निर्माण निकाय की मिलीभगत व भ्रष्टाचार के आधार पर सुनियोजित तरीके से किया गया है। वर्ष 2019 में प्रभारी सीएमओ रियाजुद्दीन कुरैशी को नीमच नगर पालिका के पद पर तैनात किया गया था, जहां से पूरे भ्रष्टाचार का खेल शुरू हुआ। उषा चिकित्सालय के हस्तांतरण के लिए प्राप्त आवेदन की प्रक्रिया मूल प्रकरण में की जानी थी। लेकिन अचल संपत्ति हस्तांतरण नियम 2016 के अनुसार मूल फाइल उपलब्ध न होने के कारण केस पत्रिका की तैयारी के लिए 2 समाचार पत्रों में विमोचन किया जाना था, जो नहीं किया गया था। वर्तमान सीएमओ सीपी राय ने रजिस्ट्रार कार्यालय फ्री होल्ड करवाया गया है। लोक्स ने बताया कि नगरपालिका के सीएमओ ने फर्जी तरीके से नोटशीट तैयार कर आर्थिक रूप से नगरपालिका को नुकसान पहुंचाया है। लोकायुक्त् एवं आर्थिक अपराध अनुसंधान ब्यूरो में उक्त मामले की शिकायत दर्ज करवाई जाएगी।