नीमच। उत्तर प्रदेश के दादरी में क्षत्रिय सम्राट मिहिर भोज की प्रतिमा का अनावरण उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी के द्वारा किया निर्धारित है इस विषय में राजपूत समाज इतिहासकारों एवं शिक्षाविदों का उल्लेख है कि मिहिर भोज राजपूत सम्राट थे। एनसीईआरटी पुस्तकों एवं देश की प्रतियोगिताओं परीक्षाओं में स्पष्ट उल्लेख है कि मिहिर भोज राजपूत साम्राज्य के थे। कुछ जाति विशेष के लोगों द्वारा उन्हें गुर्जर जाति से जोड़ा जा रहा है, महापुरुष किसी एक जाति समुदाय के नहीं होते हैं वो देश में जाति के संबोधन या शिलालेख के साथ आज तक महापुरुषों की मूर्तियों के अनावरण का कार्य नहीं हुआ है जो कि एक गलत जातिवादी परंपरा को बढ़ाने की दूषित कार्य है। इसी तरह देश के विभाजन के कार्यों को रोका जाए एवं राजपूत समाज के संपूर्ण देश में इसका विरोध किया जा रहा है इसे विरोध के पहले समाज के आदर्श राजपूत करणी सेना के संस्थापक लोकेंद्र सिंह जी कालवी को उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा दिल्ली में नजरबंद किया गया है जो लोकतंत्र के देश में अपनी बात रखने का हक का भी आनंद है। जिससे राजपूत समाज सामान्य वर्ग नाराज हैं। यह सभी राजपूत समाज एवं राजपूत समाज संगठनों में आक्रोश है इसी संबंध में आज श्री राजपूत करणी सेना मूल्य जिला नीमच एवं राजपूत समाज संगठन ने फोर जीरो चौराहे पर इसका विरोध प्रदर्शन किया और मीडिया से रूबरू हुए।