कुकड़ेश्वर। भाद्र पक्ष शुक्ल दशमी तेजा दशमी व धुप दशम के रूप में मनायी जाती है। इस दिन नगर सहित आसपास के गाँव हनुमंतीया, कडी़खुर्द, पालरी, रुगसपुरिया एवं आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों से बड़ी संख्या में श्रद्धालु ध्वजा के बाबा रामदेव तेजाजी महाराज कालेश्वर महाराज खाकर देव और देवनारायण के देवरो पर प्रातः से पुजा अर्चना व धुम भजन कीर्तन के साथ खीर का प्रसाद चढाया जाता हैं और तेजाजी का निशाना ध्वज आदि के आयोजन बड़ी आस्था व श्रृध्दा के साथ नगर व आसपास के गाँव में मनाया गया। इसी प्रकार जैन समाज के मंदिरों पर भी विशेष पूजा-अर्चना होती है व घर-घर सुगंध दशमी पर धूप पूजा अर्चना कर खीर रोट का प्रसाद बनाया जाता है और दिगंबर समाज के पर्व में दसवीं का विशेष महत्व होता है। कुकड़ेश्वर के जैन मंदिर पर पर पर्युषण के समापन के साथ नवकार मंत्र के नो दिवसीय जाप चल रहे है तो नगर के जूना शेषा अवतार मंदिर नया शेषा अवतार मंदिर पर भी आज बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ देखी गई श्री सहस्त्र मुखेश्वर महादेव मंदिर पर भी दर्शनार्थी को बड़ी संख्या में महिलाओं व पुरुषों की भीड़ रही तेजा दशमी पर विशेष रूप से तेजाजी महाराज का जन्मोत्सव श्रद्धालुओं ने आस्था व श्रद्धा के साथ मनाया।