मनासा। सरकार की योजना का मखोल बनाकर फर्जी तरीके से राशी निकालने की शिकायत के बाद भी न्याय के लिए भटक रहै ग्रामीण। तकरीबन एक माह पुर्व मनासा तहसील के जालीनेर पंचायत के ग्रामीणो द्वारा जिला कलेक्टर मनासा एसडीएम व सीएम हेल्पलाइन पर जिम्मेदारो द्वारा बिना काम किये ही शासकीय राशि विकास के नाम से निकालने की शिकायत की गयी थी। शिकायत की निष्पक्ष जांच नही होने के चलते ग्रामीणो ने आज पुर्व विधायक कैलाश चावला को डाक बगले पर पंचायत के जिम्मेदारो द्वारा किये गये भष्ट्राचार बिना काम किए पैसा निकालने की शिकायत कर अवगत कराया, कि ग्राम पंचायत जालीनेर मे बोरदिया रास्ते पर वेस्ट वेयर नही, खेतपालिया मे खेल मैदान नही, देवनारायण मंदिर पर वृक्षारोपण नही, लालसिंह खेत के पास व खेतपालिया मे परकोलेशन टेंक नही, वही चेक डेम नही होना बताया। वही उक्त काम के नाम से लाखो रुपये सेठ सांवलिया फर्म डमरलाल रावत के नाम से निकाले गए। जबकि इस फर्म के नाम की कोई दुकान नही होने का आरोप ग्रामीण शमरथ गुर्जर, मुकेश खटीक, मोहनलाल, कारूलाल, अम्बालाल गुर्जर, परशराम मेघवाल ने लगाऐ। हलाकि पंचायत स्तर पर हुए इस महाघोटाले में जिम्मेदारों का मूह अभी तक बंद है। निचले स्तर से लगाकर ऊपर तक एक बंदरबाट की चेन बनी हुई हैं। जो अभी भी यथावत है। मामले में अभी कई तथ्य बाकी है।