सिंगोली क्षेत्र के बाणदा गांव में उमड़ा आदिवासियों का सैलाब, मध्यप्रदेश सहित महाराष्ट, गुजरात, राजस्थान ओर छतीसगढ़ से आये आदिवासी

प्रदीप जैन September 6, 2021, 10:36 am Technology

1500 से ज्यादा वाहनों में 5 राज्यो से जुटे आदिवासी, शासन प्रशासन के खिलाफ जमकर किया आक्रोश

सिंगोली। कान खोलकर सुनलो प्रदेश की शिवराज सरकार आदिवासी लोग अब पढ़लिखकर शिक्षित व होशियार हो गया है ग्रामीण अंचल बाणदा में जीवन यापन करने वाले कान्हा उर्फ कन्हैयाल भील की हत्या का षड्यंत्र रचने वाले गुंडों को आदिवासी समाज कभी माफ नही करेगी। जब तक कन्हैयालाल भील के हत्यारों को फाँसी की सजा नही होगी तब तक आदिवासी सड़क पर उतरकर शासन प्रशासन के खिलाफ पर्दशन करता रहेगा यह बात आदिवासी नेता एवं मनावर के विधायक एवं आदिवासी समाज के राष्टीय सरक्षक डाक्टर हीरालाल अलावा ने कही

वे बाणदा में कन्हैयालाल भी की हत्या के विरोध में हजारो की संख्या में आदिवासी लोगो को सम्बोधित कर थे। विधायक अलावा ने आगे बताया कि प्रदेश की शिवराज सरकार आदिवासी की कीमत चंद रुपयों से नही आंकी जाये। कान्हा की मौत के दोषियों का प्रकरण फ़ास्ट टेक कोर्ट में चलाकर जल्द दोषियों को फाँसी की सजा होना चाहिये। साथ ही पीड़ित परिवार को चार लाख नही बल्कि दो करोड़ रुपये एवं परिवार के दो सदस्यों को सरकारी नोकरी देना होगी यह आदिवासियों की प्रमुख मांग है और रहेगी। विधायक अलावा ने घटना स्थल से एडिशनल एसपी को दूरभाष पर चर्चाकर सिंगोली थाना प्रभारी आर सी दांगी को तत्काल सिंगोली थाने से हटाने का अल्टीमेटम दिया। विधायक अलावा ने पुलिस के उच्च अधिकारियों को बताया कि मृतक कन्हैयालाल की एफआर आई कि रिपोर्ट में हेराफेरी व कई प्रकार का संदेह प्रतीक हो रहा ऐसे में थाना प्रभारी दांगी द्वारा जाच प्रभावित होगी। आदिवासी मृतक कन्हैयालाल भील की निष्पक्ष जाच होकर दोषियों को त्वरित सजा मिलना चाहिये। विधायक अलावा ने पुलिस अधिकारियों को यह भी दूरभाष पर बोला कि कान्हा की हत्या की साजिश में 8 दोषियों के साथ ओर भी कई अपराधी शामिल थे उनको भी जल्द ट्रेस कर जनता के सामने बेनकाब करना होगा नही तो जनता के बीच अपराधियो का खोफ बढ़ता ही रहेगा। गुजरात के आदिवासी नेता नरेंद्र परमार ने स्थानीय पुलिस प्रशासन को आड़े हाथों लेते हुए बोला कि सुनलो एसपी कलेक्टर अब आदिवासी समाज जागरूक बन चुका है। भील समाज को मूर्ख समझने का प्रयास नही करे कान्हा को गाड़ी के पीछे बांधकर घसीटते हुए उसकी मौत को ऐक्सिडेंटर केस बताकर मामूली धारा लगाकर ग़रीब भील समाज को दबाने का प्रयास आपका विफल हो चुका सत्य कभी छुप नही सकता हमे पता है कि आप सत्ता के दबाव में भाजपा के लोगो को बचाना आपकी मजबूरी थी तभी आपने पहले 302 की जगह 304 धारा लगाकर दोषियों को बचाने का प्रयास किया गया था परन्तु गरीब का मालिक भगवान होता है जो दोषियों द्वारा ही वीडियो वायरल होने पर हत्या का खुलासा हो गया। हम शासन प्रशासन से आज विनम्र अपील भी करते है आदिवासी लोगो का सब्र का इंतेहा अब खत्म हो चुका अगर जल्द दोषियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्यवाही नही की तो आदिवासी समाज पूरे देश मे पुलिस प्रशासन एवं भाजपा सरकार के खिलाफ सड़क पर उतरकर विरोध पर्दशन जारी रखेगा। सरकार कोरोना का मापदंड बताकर हमारे विरोध पर्दशन को दबाने का प्रयास किया जा रहा है लेकिन शिवराज सरकार प्रदेश में दो करोड़ आदिवासी जब आपको मुख्यमंत्री की कुर्शी पर बिठा सकता तो यही आदिवासी लोग मुख्यमंत्री की कुर्सी को हिलाकर उतारने का भी दम रखती है

आदिवासी समाज आज सार्वजनिक रूप से ऐलान करती है कि शिवराज सिंह मामा जरूर है परन्तु मामा कंश बनकर आदिवासियों का अनेकोनेक जगह उन्हें मौत के घाट उतार दिया गया। विगत दो सालों में शिवराज सरकार का आदिवासियों लोगो परअत्याधिक अत्याचार किया जा रहा है। विभिन्न राज्यो से आये आदिवासियों ने मीडिया को सार्वजिनक रूप से बताया गया कि हत्यारो को सिर्फ फाँसी की सजा से कम नही होना चाहिए व आगे के लिए पीड़ित परिवार की सुरक्षा का पूरा ख्याल रखा जाए क्यो की बाणदा गांव का रास्ता आरोपियों के घर के बहार से होकर गुजरता है। आदिवासियों ने पीड़ित परिवार को यह भी बताया कि आपको किसी से भी डरने की जरूरत नही है शासन प्रशासन द्वारा किसी भी प्रकार का लोभ पलोभन में आने की आवश्यकता नही है। देश प्रदेश की आदिवासी समाज अब जग चुकी है जब तक दो करोड़ रुपये की शासन द्वारा मदद ओर परिवार के दो लोगो को सरकारी नोकरी नही मिलती तब तक आदिवासी समाज आपके साथ कंधे से कंधा लगाकर आपके साथ खड़ा रहेगा

विभिन्न राज्यो से आये आदिवासी नेताओ ने गांव से बहार जंगल मे एक बड़ी चौपाल लगाकर सरकार के खिलाफ बड़ा हमला करते हुए बोले कि अगर दोषियों को जल्द कड़ी से कड़ी सजा नही मिली तो हम प्रदेश की शिवराज सरकार को उखाड़ फेंकने का संकल्प लेते है। इस मौके पर जावद एसडीएम राजेन्द्र सिंह चौहान नायब तहसीलदार महेंद्र सिंह दांगी , रतनगढ़ थाना प्रभारी आंनद सिंह आजाद एसआई शिशुपाल सिंह गौड़ सिंगोली थाना प्रभारी रमेश चन्द्र दांगी , एसआई शिवराज सिंह खिंची सहित पुलिस अमला उपस्थित रहे।

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