सिंगोली। पर्युषण पर्व की महिमा बताते हुए राष्ट्रीय स्तर के सामाजिक संगठन उज्जवल भारत अभियान के प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप जैन ने कहां की वर्तमान परिस्थितियों में जहां अफगानिस्तान से लेकर सीरिया तक और शेष दुनिया के अनेक देशो मे अशांति, आतंक और डर का माहौल है। तब भारत में शान्ति, सौहार्द और क्षमा का पर्व पर्युषण मनाया जा रहा है।
यही बात भारत को दुनिया का एक अनूठा और विशिष्ट देश बनाती है। जैन ने यह भी कहा की जब पूरी दुनिया में एक-दूसरे से बदला लेने की भावना विकसित हो रही है, वही भारत देश मे जैन धर्म के अनुयाई पर्युषण महापर्व पर क्षमावाणी पर्व का आयोजन कर रहे है। जिसमें वर्षभर मे हुई गलतियों की क्षमा मांगने और क्षमा कर देने का उपक्रम किया जाता है। यह कितनी उदात्त मानवीय भावना हे जो सिर्फ भारत में जन्मे और पले-बढ़े किसी धर्म की ही विशेषता हो सकती है, कि वह क्षमा को भी विनम्रतापूर्वक उत्सव में बदल दे। उज्जवल भारत अभियान के प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप जैन ने भारत सरकार से अनुग्रह करते हुए मांग की है कि जिस तरह सरकार ने योग को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में घोषित करने के लिए प्रयत्न किए, उसी तरह क्षमावाणी पर्व को 'वैश्विक क्षमा दिवस' के रूप में मान्यता देने के प्रयत्न किए जाएं तो विश्व मे वैमनस्यताएं कम होकर भाई चारे साथ शांति की स्थापना हो सकती है ।