नीमच। नीमच मन्दसौर जिला अवेध मादक पदार्थो की तस्करी का गढ़ बनता जा रहा है। आज के बदलते इस माहौल में जहा आम व्यक्ति 2 वक्त की रोजी रोटी की जुगाड़ में लगा है ऐसे में तस्करो ने अपना एक अलग ही मायाजाल बिछा रखा है। 2 माह पूर्व 37 किवंटल डोडाचूरा की बड़ी खेप सिटी थाने के अंतर्गत आने वाले क्षेत्र के इस गोदाम से पकड़ी। इसके साथ ही मनीष तिवारी नामक एक चेहरा सामने आया। उसकी गिरफ्तारी भी नही हो पायी थी पूरा मामला भी आमजनता के बीच नही आ पाया उससे पहले केंट थाने के अंतर्गत आने वाले इंडस्ट्रियल एरिये में नीमच के पोस्ता कारोबारी जय सबनानी उर्फ़ बाबू सिंधी के यहाँ CNB की दबिश में बड़ी मात्रा में काला दाना और चुरा बरामद हो गया।
आखिर नीमच जिले को किसकी नजर लगी..? वर्तमान में अगर शहर के बीचोबीच इस तरह के गोदाम है तो ग्रामीण क्षेत्रो में और कितने डोडाचूरा के गोदाम भरे होंगे..? क्या प्रशासन कभी ऐसे माफियाओ पर लगाम लगा पायेगा..?
फिलहाल NCB की ताबड़तोड़ कार्यवाही से बाबू सिंधी को तो न्यायलय ने रिमांड पर भेज दिया। और इसमें कई और राज खुलने की संभावनाओ से इंकार नहीं किया जा सकता है। पर मनीष तिवारी अभी भी पुलिस की पकड़ से दूर है। समय रहते प्रशासन को सतर्क होकर ऐसे ठिकानों का पता लगाना ही होगा। और उनको नेस्तनाबूद करना होगा।
युवा पीढ़ी, कोरियर बाय की भूमिका में :-
तस्करी के इस पूरे सिंडिकेट में युवा पीढ़ी एक कोरियर बाय की भूमिका निभा रही है, जो अच्छा मोबाइल और थोड़े बहुत पैसों की चमक दमक में इस प्रकार के धंधे में उतर रहे हैं/ और अपने जीवन को बर्बाद कर रहे हैं। लेकिन मुख्य तस्करो से प्रशासन अभी भी कोसों दूर है। अगर प्रशासन आज तक के लिए हुए NDPS की कार्यवाहियो में विधिवत जांच करते हुए पूरे मामले की पड़ताल करे तो कई सारे तस्कर बेनकाब हो सकते हैं।