मनरेगा मे मजदुरी रेट कम होने के बाद भी धरातल पर विकास की सौगात गावो मे, 193 रूपये की मजदूरी और विकास की मज़बूरी

मंगल गोस्वामी August 25, 2021, 9:16 am Technology

मनासा। वर्तमान मे महगाई इतनी बढगई की सो दो सो रुपये एक व्यक्ती की जेब से खर्च होने  पर पता नही चलता। वही आर्थिक स्थिति से कमजोर व्यक्ती बचाने की कोशिश करने के बाद भी नही बचा पाता है, ऐसे केन्द्र सरकार की मनरेगा योजना की मजदूरी की बात की जाऐ तो आम आदमी के खर्च के बराबर भी मजदुरी रेट नही मिल रही है  बता दे कि सरकार से मनरेगा मे मात्र 193 रुपये दिन भर की मजदुरी रेट है,193 रुपए मे कोन मजदुरी करके परिवार को पालने की कुबत रख पाऐगा, वही शासन को योजना को लेकर कई शिकायते होती रही की मजदुरो से काम नही हो रहा, क्या शासन या शिकायतकर्ता ने कभी धरातल विकास को भी आकने की कोशिश की, जो योजना से विकास को उतारना सहज है या मुसकीत है, पंचायतीराज व जिम्मेदारो से योजना से धरातल पर विकास जनता व सरकार दोनो चाहती है,जिम्मेदार दोनो के मध्यस्त जमीनी विकास करने मे तत्पर है, जो गावो मे विकास देखने को मिल रहै है, मनरेगा योजना से सुधुर सडके,तालाब निर्माण या गहरी करण, परकोलेशन टेंक, कपिल धारा कुआ, खेल मैदान, श्मशान विकास, वृक्षारोपण, आदि कार्य दिखाई दे रहे है जो सरकार व जनता की मंशा अनुरूप ही है, ईन सभी विकासकार्यो से गावो को पिछडना नही कहा जा सकता, योजना मे कम रेट मजदूरी के बाद भी विकास करवाने वाले जिम्मेदार की प्रशंसा होना चाहिए, जो कितनी मुश्किलो के बाद भी सरकार व जनता का अनुयाही विकास करने को कायल है।

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