भ्रष्टाचार के आरोपों से गिरे एसडीओ बी.पी.शर्मा पर आखिर क्यो है उच्चाधिकारी इतने मैहरबान, शिकायतों से घिरे शर्मा को मिला उप वन मंडलाधिकारी का महत्वपूर्ण प्रभार

निर्मल मूंदड़ा August 6, 2021, 4:45 pm Technology

नीमच। वन विभाग के आला अधिकारियों एवं जिला वन मंडलाधिकारी जिनके ऊपर संपूर्ण नीमच जिले का वन विभाग का दायित्व एवं कार्यभार है। क्या उन्हें एक भी ऐसा ईमानदार एवं काबिल अधिकारी पूरे उज्जैन संभाग या नीमच जिले में दिखाई नही दिया जिसे नीमच उपवन मंडलाधिकारी (एसडीओ) का महत्वपूर्ण प्रभार दिया जा सके..? जो उन्होंने एक ऐसे व्यक्ति को नीमच, जावद, रतनगढ रेंज विभाग के वन एसडीओ का महत्वपूर्ण प्रभार दे रखा है जिनके ऊपर वन विभाग की खैर की लकडियों की चोरी मे सहयोग, विभागीय कर्मचारियों पर तानाशाही, लाखों रुपए के भ्रष्टाचार, गबन एवं गंभीर वित्तीय अनियमितताओं के लगे आरोपो एवं शिकायतो में वर्तमान में भी जांच चल रही है। ज्ञात रहे कि पिछले कई वर्षों से नीमच जिला उपवन मंडलाधिकारी का प्रभार संभाल रहे (बी.पी.शर्मा) बुद्धि प्रकाश शर्मा जिनके ऊपर पूर्व मे मनासा, रामपूरा वन क्षेत्र में भारी वित्तीय अनियमितताओ एवं व्हाउचरो की हैराफेरी एवं गबन के आरोप लगे थे एवं अभी भी नीमच, उज्जैन, भोपाल सहित सीएम हेल्पलाइन में भी इनके द्वारा की गई वित्तीय अनियमितताओं की कई गंभीर शिकायते लम्बित है एवं जिनकी अभी भी जांच चल रही है। पूर्व में लगें लाखों रुपए के फर्जी वाउचर एवं बिल लगाकर घोटाले करने के आरोप जिसमे 59 व्हाउचरों के माध्यम से फर्जी बिल बना कर लगभग 20 लाख रुपए का गबन कर फर्जी हस्ताक्षर के जरिए भुगतान करने जिसकी मय प्रमाण की गई शिकायत की जांच अभी तक भी चल रही है। ऐसी कई शिकायतें एवं आरोप जिनका अभी तक निराकरण भी नहीं हुआ है। एसे मे उज्जैन संभाग के विभागीय अधिकारियों एवं वन मंडलाधिकारी नीमच के द्वारा भ्रष्टाचार एवं गबन के आरोपों के बतौर इनाम के तौर पर इन्हें वर्षों से नीमच जिला उपवन मंडलाधिकारी बना कर पुरस्कृत कर रखा है। विशेष रुप से गौर करने लायक बात यह भी है कि संभागीय अधिकारियों ने एसडीओ बी.पी.शर्मा के ऊपर गम्भीर भ्रष्टाचार एवं गबन का आरोप मय प्रमाण के लगा होने के उपरांत इसकी जांच के लिए 3 सदस्यीय एक कमेटी का गठन भी किया गया है। लेकिन उस कमेटी में जांच अधिकारी के तौर पर जिला उप वन मंडलाधिकारी नीमच बी.पी.शर्मा को ही जांच अधिकारी बना दिया गया है अब आप स्वयं सोच सकते हैं कि आरोपी व्यक्ति स्वयं के द्वारा की गई जांच में क्या खुद को दोषी सिद्ध करेंगा या अपने आप को क्लीन चिट देंगा। संभागीय अधिकारियों सहित जिला वन मंडलाधिकारी नीमच के ऊपर इन्होंने अपना एसा जादू कर रखा है कि आज भी इन्हें नीमच जिला उपवन मंडलाधिकारी का महत्वपूर्ण प्रभार दे रखा है। अब देखना यह है कि क्या प्रशासन ऐसे भ्रष्ट एवं दागदार अधिकारी को इनके ऊपर लगे भ्रष्टाचार एवं गबन की जांच होने तक जिला उपवनमंडलाधिकारी नीमच के महत्वपूर्ण पद से मुक्त करेगा या नही।

इनका कहना :-

मुझे इस मामले में कोई जानकारी नहीं है, एसडीओ की नियुक्ति करने का अधिकार उच्चाधिकारियों के स्तर का मामला है इसमें मे कुछ भी नहीं कर सकता।

-विजयसिंह सिसोदिया जिला वन मंडलाधिकारी नीमच

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