पेगासस जासूसी मामले को लेकर संसद में हंगामा जारी है। 11 बजे राज्यसभा की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्षी सांसदों ने नारेबाजी शुरू कर दी। वे पेगासस जासूसी मामले में बहस की मांग कर रहे थे। ऐसे में हंमामे को देखते हुए सदन की कार्यवाही पहले 12 बजे तक के लिए फिर दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई है। उधर लोकसभा में भी विपक्ष की नारेबाजी के चलते कार्यवाही पहले 11.45 बजे तक और फिर 12 बजे स्थगित कर दी गई। 12 बजे जैसे ही कार्यवाही शुरू हुई तो विपक्षी सांसदों ने धरना शुरू कर दिया।
इसके बाद कार्यवाही 12.30 तक के लिए स्थगित कर दी गई। इससे पहले सोमवार को दोनों सदनों में विपक्ष ने जमकर शोर-शराबा किया, जिसकी वजह से दोनों सदनों की कार्यवाही मंगलवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित की गई थी। कांग्रेसी सांसद मनिका टैगोर ने लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव भी दिया है। कांग्रेस ने मांग की है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह की मौजूदगी में पेगासस मामले पर चर्चा की जााए।
संसद के मानसून सेशन का यह दूसरा हफ्ता है। पहले हफ्ते में भारी हंगामे के चलते लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही ठीक से नहीं चल पाई थी। सोमवार को लोकसभा में हंगामे के बीच फैक्ट्रिंग विनियमन (संशोधन) विधेयक 2021 और राष्ट्रीय खाद्य प्रौद्योगिकी, उद्यमिता और प्रबंधन संस्थान विधेयक 2021 पास हुए थे। दोनों ही विधेयक चर्चा के बिना, ध्वनिमत से पारित हो गए।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सदन में फैक्ट्रिंग विनियमन संशोधन विधेयक पेश करते हुए कहा कि सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम क्षेत्र के हित में कुछ संशोधन किए गए हैं। इसमें फैक्ट्रिंग कारोबार की परिभाषा सरल बनाई गई है, जिसमें बैंक, गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियां या अन्य कारोबारी संस्था शामिल हैं। इस हफ्ते सेशन के लिए 5 अध्यादेश लिस्टेड लोकसभा और राज्यसभा से जारी नोटिस के मुताबिक इस हफ्ते सरकार ने पांच अध्यादेश लिस्ट किए हैं। इनमें होम्योपैथी सेंट्रल काउंसिल (संशोधित) अध्यादेश, द इंडियन मेडिसिन सेंट्रल काउंसिल (संशोधित) अध्यादेश, एनसीआर में एयर क्वालिटी मैनेजमेंट संबंधी अध्यादेश, द इनसॉल्वेंसी एंड बैंकरप्सी कोड (संशोधित) अध्यादेश और द एजेंशियल डिफेंस सर्विसेज अध्यादेश शामिल हैं।
पहले हफ्ते में सिर्फ 4 घंटे हुआ कामकाज मानसून सत्र के पहले हफ्ते में संसद के दोनों सदनों में विपक्षी दलों ने तीन नए केंद्रीय कृषि कानूनों और पेगासस जासूसी मामले के साथ कई दूसरे मुद्दों पर जमकर हंगामा किया।
पूरे सप्ताह के दौरान सिर्फ मंगलवार को राज्यसभा में चार घंटे सामान्य ढंग से कामकाज हो पाया, जब कोरोना के चलते देश में बने हालात को लेकर सभी दलों के बीच आपस में बनी सहमति के आधार पर चर्चा हुई थी।