भारत में टेलीकॉम कंपनियों ने 5G ट्रायल को मंज़ूरी मिलने के बाद 5G नेटवर्क के ट्रायल शुरू कर दिए हैं। माना जा रहा है कि देश में जल्द ही आम यूज़र्स के लिए 5G नेटवर्क बहाल किया जा सकता है। भले ही कंपनियां 5G को लेकर ज़ोरशोर से तैयारी कर रही हों, लेकिन Ericsson मोबिलिटी की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि देश में 2026 तक सिर्फ 26 प्रतिशत मोबाइल यूजर्स 5G नेटवर्क का इस्तेमाल करेंगे।
यानी देश में 2026 में 5G नेटवर्क यूज करने वाले उपभोक्ताओं की संख्या 33 करोड़ होगी। वहीं दूसरी ओर 4G यूज़र्स की संख्या में बढ़ोत्तरी का अनुमान लगाया गया है।
5G in India:-
द फ़ाइनेंशियल एक्सप्रेस की रिपोर्ट में कहा गया है कि 4G सब्सक्रिप्शन भी 3% की सीएजीआर (कंपाउंड एनुअल ग्रोथ रेट) से बढ़ने की उम्मीद है, जो 2020 में 68 करोड़ से बढ़कर 2026 तक 83 करोड़ हो जाएगी। यह रिपोर्ट ऐसे वक्त में सामने आई है जब देश में अभी 5G नेटवर्क हक़ीक़त में सामने नहीं है। ऐसे में इस संख्या को लेकर स्पष्ट रूप से कुछ कहना ठीक नहीं है।
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Airtel और Jio ने शुरू किए ट्रायल टेलीकॉम डिपार्टमेंट ने हाल में ही रिलायंस जियो, एयरटेल और वोडाफ़ोन को 5G ट्रायल के लिए 700MHz, 3.5GHz, और 26GHz बेंड के स्पेक्ट्रम आवंटित किए हैं। इसके बाद एयरटेल ने Ericsson के साथ मिलकर गुड़गांव में मिड बेंड 5G ट्रायल शुरू किया है। वहीं जियो ने मुंबई में स्वदेशी 5G टेक्नोलॉजी का ट्रायल शुरू किया है। बता दें कि एक रिपोर्ट में दावा किया गया था कि भारत में क़रीब 4 करोड़ यूज़र्स 5G नेटवर्क का इस्तेमाल इसके कमर्शियल लॉन्च से पहले कर रहे होंगे।
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बढ़ रही इंटरनेट की मांग देश में 5G नेटवर्क का ट्रायल ऐसे समय पर किया जा रहा है जब देश में कोरोना महामारी के चलते इंटरनेट की माँग तेज़ी से बढ़ रही है। भारत में फ़िलहाल इंटरनेट का इस्तेमाल न सिर्फ़ वर्क फ़्रॉम होम, पढ़ाई के लिए किया जा रहा है बल्कि ऑनलाइन पेमेंट और डॉक्टर से सलाह लेने के लिए भी किया जा रहा है। रिपोर्ट में कहा गया है कि देश में इससे इंटरनेट का इस्तेमाल बढ़ा है।
साल 2019 में प्रति महीना 13GB इंटरनेट का इस्तेमाल किया जा रहा था। 2020 में यह बढ़कर 14.6GB हो गया है।