किसानों के लिए अच्छी खबर ये हैं कि दक्षिण पश्चिम मानसून मध्य अरब सागर के कुछ और हिस्सों, महाराष्ट्र के कुछ और हिस्सों, पूरे कर्नाटक, तेलंगाना के कुछ और भागो, पूरे तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश के कुछ और हिस्सों, मध्य बंगाल की खाड़ी और बंगाल की उत्तर-पूर्व की खाड़ी के और भागो, भारत के पूर्वोत्तर राज्यों (नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा, असम और मेघालय, अरुणाचल प्रदेश), उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम के अधिकांश हिस्सों में आगे बढ़ गया है. लेकिन अगले 48 घंटों में ये उत्तर पश्चिम भारत के मैदानी इलाकों में भारी बारिश के साथ-साथ 8 से 10 जून के दौरान तेज हवाएं (25-35 किमी प्रति घंटे) चलने की संभावना है.
इस वजह से हो सकती है भारी बारिश दक्षिण-पश्चिमी हवाओं के मजबूत होने और उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल पर एक चक्रवाती प्रसार और पड़ोस में निचले क्षोभमंडल स्तर के कारण अगले 4-5 दिनों के दौरान पूर्वोत्तर राज्यों और इससे सटे पूर्वी भारत में व्यापक रूप से तेज़ वर्षा होने की संभावना है
उत्तर-पश्चिम भारत के मैदानों में 08 से 10 जून के दौरान प्रबल सतही हवाएँ (25-35 किलोमीटर प्रति घंटे) की रफ्तार से चलने की संभावना 6 और 8 जून को अरुणाचल प्रदेश में अलग-अलग स्थानों पर भारी वर्षा की आशंका है. असम और मेघालय और उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम में 08 और 09 जून को 06-07 जून को नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में भारी बारिश का अनुमान है.
08 और 09 जून को ओडिशा के ऊपर; 10 जून को गांगेय पश्चिम बंगाल में, असम और मेघालय और उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम में आज, 06 जून और ओडिशा में 10 जून को भारी से बहुत भारी वर्षा होने की आशंका है.
उत्तरी महाराष्ट्र तट से उत्तरी केरल तट तक समुद्र के औसत स्तर पर अपतटीय ट्रफ के प्रभाव और कोंकण और गोवा के निचले क्षोभमंडल के स्तर पर एक चक्रवाती प्रसार के प्रभाव के तहत, गरज-चमक के साथ आंधी चलेगी और व्यापक रूप से भारी वर्षा की सम्भावना है, इसके अलावा आज 06 जून, 2021 को दक्षिण प्रायद्वीपीय भारत और पश्चिमी तट के कुछ हिस्सों में भारी बारिश की संभावना है.
तेज हवाओं और भारी बारिश से हो सकता है नुकसान इन दिनों खरीफ फसल की बुआई चल रही है. कृषि वैज्ञानिक बताते हैं कि बारिश से किसानों के लिए अच्छी है.
लेकिन ज्यादा बारिश से किसानों को नुकसान हो सकता है. वहीं, कुल्लू जिले के आनी क्षेत्र में दोपहर बाद भारी ओलावृष्टि हुई. आनी की टकरासी और मुहान पंचायत में ओलों से सेब और मटर की फसल को भारी नुकसान हुआ है.
लगभग आधे घंटे तक लगातार ओलावृष्टि से जहां सेब के पौधों की टहनियां टूट गईं, वहीं मटर की फसल भी बरबाद हो गई. इससे किसानों और बागवानों को भारी नुकसान हुआ है. कब कहां पहुंचेगा मानसून भारतीय मौसम विभाग ने कहा कि मानसून मध्य बंगाल की खाड़ी और बंगाल की खाड़ी के पूर्वोत्तर हिस्सों तक पहुंच चुका है.
अगले दस दिनों में दक्षिण-पश्चिम मॉनसून ओडिशा, झारखंड, पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सों और बिहार तक पहुंच जाएगा. भारीतय मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार इस हफ्ते दिल्ली में गर्मी से राहत मिलने के आसार कम हैं. दिन में पारा 42 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है. सोमवार को आसमान पर बादल छाए रहने और कहीं-कहीं बूंदाबादी के आसार भी हैं. मंगलवार से दिन के समय तेज हवाएं चलने ललेंगी.
वहीं शुक्रवार को तेज धूप होने का अनुमान है. इस हफ्ते न्यूनतम तापमान 25 से 28 डिग्री के बीच रह सकता है.