नई दिल्ली. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण शनिवार को पब्लिक और प्राइवेट सेक्टर की इंश्योरेंस कंपनियों के प्रमुख के साथ बैठक करेंगी. कोरोना वायरस महामारी के बीच इस बैठक में प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना यानी पीएमजेजेबीवाई और प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना यानी पीएमएसबीवाई के सेटलमेंट की प्रक्रिया को और ज्यादा तेज करने पर विचार किया जाएगा.
वित्त मंत्रालय ने कई ट्वीट के जरिए कहा कि इस बैठक में इन योजनाओं के तहत दावों के निपटान की प्रक्रियाओं और दस्तावेजीकरण को सुगम करने पर विचार किया जाएगा. पांच मई तक प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना के कुल एनरोलमेंट 23.37 करोड़ थे.
वहीं प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना के तहत यह आंकड़ा 10.33 करोड़ था. जन धन योजना के तहत खोले गए 42 करोड़ बैंक अकाउंट्स एक अन्य ट्वीट में कहा गया है कि 2014 से नरेंद्र मोदी सरकार ने लोगों को सशक्त करने के लिए कई वित्तीय समावेशन पहल की हैं. ट्वीट में कहा गया है कि प्रधानमंत्री जन धन योजना के तहत बैंकिंग नेटवर्क का विस्तार हुआ है और 42 करोड़ बैंक अकाउंट्स खोले गए हैं.
क्या है प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना बता दें कि प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना में 55 साल तक की उम्र तक लाइफ कवर मिलता है. किसी भी कारणवश बीमा कराने वाले की मौत होने पर नॉमिनी को 2 लाख रुपये का कवर मिलता है.
यह योजना हर साल रिन्यू होती है. 18 से 50 साल तक की उम्र का व्यक्ति इस योजना का लाभ ले सकते हैं. इसका वार्षिक प्रीमियम 330 रुपये है. क्या है प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना गौरतलब है कि प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना के तहत बीमा लेने वाले की एक्सीडेंट में मौत होने या पूरी तरह से विकलांग होने पर 2 लाख रुपये का दुर्घटना बीमा मिलता है. स्थायी रूप से आंशिक विकलांग होने पर 1 लाख रुपये का कवर मिलता है. 18 से 70 साल तक की उम्र के भारतीय इसका लाभ ले सकते हैं. इसका वार्षिक प्रीमियम 12 रुपये है.