नई दिल्ली। कोरोना वैक्सीनेशन के लिए प्राइवेट अस्पतालों के 'लक्जरी पैकेज' पर मोदी सरकार ने कड़ी नाराजगी जताई है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने होटलों में टीकाकरण की सुविधा को तुरंत बंद करने को कहा है। मंत्रालय ने राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को लिखे पत्र में कहा है कि कुछ निजी अस्पतालों ने कोविड-19 वैक्सीनेशन के लिए होटलों के साथ करार किया है। इसके तहत होटलों में लग्जरी सुविधाओं के साथ वैक्सीनेशन का ऑफर दिया जा रहा है।
सरकार ने इसे वैक्सीनेशन गाइडलाइंस का उल्लंघन बताया है और होटलों में टीकाकरण कार्यक्रम तुरंत बंद करने को कहा है। मंत्रालय ने कहा कि टीकाकरण के लिए सिर्फ 4 विकल्प उपलब्ध हैं। पहला सरकारी कोविड वैक्सीनेशन सेंटर, प्राइवेट हॉस्पिटल द्वारा संचालित प्राइवेट कोविड वैक्सीनशन सेंटर, सरकारी कार्यालयों के कार्यस्थलों पर बने कोविड वैक्सीनेशन सेंटर और प्राइवेट कंपनियों के कार्यालयों पर निजी अस्पतालों द्वारा संचालित केंद्र तथा बुजुर्ग और दिव्यांगों के लिए घर के पास कोविड वैक्सीनेशन सेंटर। उल्लेखनीय है कि कुछ होटल अपने लग्जरी पैकेज में वैक्सीन लगवाने वालों को ढेर सारी सुविधाएं दी हैं। इसमें रुकने की व्यवस्था, हेल्दी ब्रेकफास्ट, डिनर और वाईफाई की सुविधा भी दी गई है।
इसके अलावा अस्पतालों से एक वैक्सीनेशन एक्सपर्ट भी उपलब्ध करवाया जा रहा है। ये पैकेज 5 हजार रुपए का बताया जा रहा है। इसका सोशल मीडिया पर भारी विरोध हो रहा है।