कोरोना वायरस की दूसरी लहर कहर बरपा रही है. कोरोना से बचाव के लिए वैक्सीनेशन की रफ्तार बढ़ाने की मांग जोर पकड़ रही है. इस बीच वैक्सीन निर्माता विदेशी कंपनियों की ओर से अच्छी खबर आई है. अमेरिकी फार्मा कंपनी फाइजर इस साल यानी 2021 में भारत को वैक्सीन की पांच करोड़ डोज देने को तैयार है. फाइजर इसके बदले कुछ रियायतें चाहती है. समाचार एजेंसी पीटीआई ने सूत्रों के हवाले से कहा है कि फाइजर साल 2021 में ही वैक्सीन की पांच करोड़ डोज देने के लिए तैयार है, लेकिन इसके लिए कंपनी क्षतिपूर्ति के साथ ही महत्वपूर्ण नियामक छूट चाहती है.
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक एक अन्य अमेरिकी फार्मा कंपनी मॉडर्ना अपनी सिंगल डोज वैक्सीन अगले साल तक भारत में लॉन्च कर सकती है.
मॉडर्ना इसके लिए सिप्ला और अन्य फार्मा कंपनियों के संपर्क में है. सूत्रों के मुताबिक मॉडर्ना ने भारतीय अधिकारियों को इस बात की जानकारी दी है कि उसके पास इस साल सरप्लस वैक्सीन नहीं है. वह इस साल भारत को वैक्सीन नहीं दे पाएगी. सिप्ला अगले साल के लिए मॉडर्ना की वैक्सीन के पांच करोड़ डोज का उत्पादन करने के लिए तैयार है. कंपनी इसके लिए सरकार से अनुमति मांगी है. सिप्ला के आवेदन पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने भी जल्द निर्णय लेने के लिए कहा है.
जानकारी के मुताबिक फाइजर जुलाई से वैक्सीन देने को तैयार है. फाइजर वैक्सीन की एक करोड़ डोज जुलाई, एक करोड़ डोज अगस्त, सितंबर में दो करोड़ और अक्टूबर में एक करोड़ डोज देने को तैयार है. फाइजर ने साथ ही यह भी कहा है कि वह इसके लिए भारत सरकार के साथ ही डील करेगी.
कंपनी पेमेंट भी भारत सरकार से ही लेगी. गौरतलब है कि इस समय भारत में स्वदेश निर्मित दो वैक्सीन- कोविशील्ड और कोवैक्सीन से ही टीकाकरण किया जा रहा है.