भारतीय वायुसेना ने शनिवार को कहा कि उसने ‘तौकते’ तूफान से उत्पन्न किसी भी परिस्थिति से निपटने के लिए अपने 16 मालवाहक विमान और 18 हेलीकॉप्टर प्रायद्वीपीय भारत में तैयार रखे हैं। वायुसेना ने बताया कि वायुसेना ने अगले कुछ दिन तटीय इलाकों में कोविड-19 राहत अभियान पर ध्यान केंद्रित करने का फैसला किया है क्योंकि खराब मौसम की वजह से बाद में इन इलाकों में अभियान प्रभावित हो सकता है। वायुसेना ने एक बयान में कहा,
‘‘वायुसेना ने तौकते तूफान के मद्देनजर प्रायद्वीपीय भारत में 16 मालवाहक विमानों और 18 हेलीकॉप्टरों को त्वरित परिचालन के लिए तैयार अवस्था में रखा है क्योंकि तूफान की वजह से पश्चिमी तटीय इलाके में बहुत भारी बारिश होने की आशंका है।’’ बयान में कहा गया कि एक आईएल-76 विमान ने बठिंडा से 127 जवानों और 11 टन सामान लेकर जामनगर पहुंचा है। वायुसेना ने बताया, ‘‘सी-130 विमान 25 जवानों और 12.3 टन सामान लेकर बठिंडा से राजकोट पहुंचा है जबकि दो सी-130 विमान 126 जवानों और 14 टन समान लेकर भुवनेश्वर से जामनगर पहुंचा है।’’ वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘‘तौकते’’ से निपटने की तैयारियों का जायजा लेने के लिए राज्यों, केंद्रीय मंत्रालयों और एजेंसियों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की और संबंधित अधिकारियों को लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने तथा बिजली, दूरसंचार, स्वास्थ्य, पेयजल जैसी जरूरी सेवाओं का प्रबंध सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) द्वारा जारी एक बयान में कहा गया कि प्रधानमंत्री ने चक्रवात से जिन स्थानों के प्रभावित होने की संभावना है वहां के अस्पतालों में कोविड प्रबंधन, टीकाकरण, बिजली की कमी न हो, इसके उपाय और आवश्यक दवाओं के भंडारण के लिए विशेष तैयारियों की आवश्यकता पर बल दिया। इस उच्च स्तरीय बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, प्रधानमंत्री के प्रमुख सचिव, कैबिनेट सचिव, गृह मंत्रालय, नागरिक उड्डयन, संचार, पोत परिवहन मंत्रालयों के सचिव, राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) के शीर्ष अधिकारी, रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष और प्रधानमंत्री कार्यालय तथा गृह मंत्रालय के शीर्ष अधिकारियों ने हिस्सा लिया।