रतनगढ। विगत दिनो दिनांक 4 एवं 5 जनवरी की दरमियानी रात एवं सुबह तडके नीमच जिले के जाट, श्रीपुरा व घाटी आदि ग्रामीण इलाकों में हुई बैमोसम बारिश व ओलावृष्टि से खराब हुई अफीम फसलो को नष्ट करने के लिए अफीम काश्तकारों ने नारकोटिक्स विभाग को आवेदन किया था उन सभी किसानों की अफीम फसलो को नष्टिकरण करने के लिए नारकोटिक्स विंग के जिला अधिकारी अनिल कुमार मय अधिकारी कर्मचारियों के दल के साथ क्षेत्र मे किसानों के बीच खेतो मे पहुंचे एवं अब तक आवेदन देने वाले सभी 39 अफीम काश्तकारों की फसलों को दिंनांक 20/21जनवरी बुधवार/गुरुवार दो दिनो तक अपनी निगरानी मे नष्ट करवाया। इस दौरान कई अफिम लाइसेंस धारक काश्तकारों ने भी अपनी फसल नष्टीकरण के लिए आवेदन देने की बात कही। ग्राम पंचायत श्रीपुरा के उपसरपंच व युवा काश्तकार सागरमल धाकड़ एवं अफीम काश्तकारों ने क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों एवं नारकोटिक्स विभाग के अधिकारियों को धन्यवाद दिया जिन्होंने किसानों का दुख दर्द समझ कर इतनी जल्द ओलावृष्टि से खराब हुई अफिम फसल को नष्ट करने मे तत्परता दिखाई। वरना हर साल अप्रैल,मई तक यह कार्य किया जाता था।
कैबिनेट मंत्री सकलेचा के दौरे के बाद सांसद गुप्ता का इंतजार :-
ग्राम पंचायत के उपसरपंच एवं युवा काश्तकार सागरमल धाकड ने बताया कि हम सभी कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश सकलेचा, क्षेत्रीय सांसद सुधीर गुप्ता चित्तौड़गढ़ राज.के सांसद सीपी जोशी,मंडल अध्यक्ष जसवंत बंजारा,महामंत्री पिंकेश मंडोवरा के संपर्क में हैं एवं क्षेत्र में ओलावृष्टि से खराब हुई अफीम फसलों की जानकारी से अवगत करा दिया गया है। कैबिनेट मंत्री सकलेचा द्वारा क्षेत्र का दौरा कर अधिकारियों को बुलाकर सर्वे करवाया गया एवं किसानों की हर संभव मदद का आश्वासन भी दिया गया है।अब सभी काश्तकारों को क्षेत्रीय सांसद के दौरे का इंतजार है जैसे ही सांसद सुधीर गुप्ता दिल्ली से मंदसौर आयेंगे उन्हें भी जाट, श्रीपुरा, घाटी क्षेत्र में बुलाकर ओलावृष्टि से पीड़ित अफीम किसानों की समस्या से अवगत कराया जाएगा।
ये पीडीत अफिम काश्तकार रहे मोजुद :-
अफिम फसल नष्टिकरण के दौरान सागरमल धाकड, बाबुलाल धाकड़, बगदीराम धाकड़, दयाशंकर धाकड़, बद्रीलाल धाकड़, राजेश प्रजापत, अरूण धाकड़, कैलाश धाकड़, रतनलाल धाकड़, घासीलाल धाकड़, रमेश धाकड़, पिन्टु धाकड़, हजारीलाल धाकड़, शम्भुलाल धाकड़, कालुराम धाकड़, सत्यनारायण औझा
किशनलाल धाकड़, लालुराम धाकड़, ताराचंद धाकड़, शंकरलाल धाकड़, कपील धाकड़, मोहीत धाकड़, घनश्याम धाकड़, चेतन धाकड़ सहित बडी संख्या मे अफिम काश्तकार एवं ग्रामवासी मौजूद रहे।