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आंधियों से कह दो अपनी औकात में रहे, सार्थक सृजन की समीक्षात्मक काव्यगोष्ठी सम्पन।

Neemuch Headlines January 18, 2021, 6:46 pm Technology

नीमच । अंचल की साहित्यिक संस्था " सार्थक सृजन " की काव्यगोष्ठी इन्दिरानगर में श्री मुकेश पोरवाल पूर्व पार्षद के सौजन्य से मांगलिक भवन के पास ईश्वर सिंह सौलंकी के निवास पर सम्पन हुई । काव्यगोष्ठी में रचनाकारों ने अपनी रचनाएँ पढ़ी जिनकी समीक्षा संस्था के अध्यक्ष श्री प्रमोद रामावत ' प्रमोद ' मार्गदर्शक मंडल के शिक्षविद श्री आर.एस. द्वारा की गई । धीनवा राजस्थान से आये साहित्य प्रेमी श्री कन्हैया लाल मेनारिया एवं श्री दिलीप दुबे ने सरस्वती जी की तस्वीर पर माल्यार्पण कर गोष्ठी की शुरुआत की एवं सुश्री रजिया सुल्ताना ने सरस्वती वंदना प्रस्तुत की । गोष्ठी में सर्वप्रथम संजय शर्मा ने अपनी कविता " शहर में धूल से , धुँए से घुट रहा है दम , चारों और शोर शराबा है जीवन हो रहा है कम " सुनाई । इस कविता पर समीक्षा करते हुए प्रमोद रामावत प्रमोद ने कहा कि , " सिर्फ हरियाली निगाहों में बसाकर रखना , चार दाने हो तो मिट्टी में दबाकर रखना " सुनाई । राजेश शर्मा ने " जमीन श्रद्धा की , बाते आस्था की ,कामनाओ का खेल " सुनाई । शरद गहलोत ने " शास्वत जीवन मूल्य है कहाँ , हर एक को फ़िक्र है वस्तु के मूल्य की " सुनाई। डॉ. महिपाल सिंह चौहान ने " घटाटोप अँधियारो में एक दीप जलाने आया हूँ " सुनाई । इसके बाद दिलीप दुबे ने " आरजू दिल में संजोए चल रही है जिन्दगी , शाम की मनीद हर दिन ढल रही है जिंदगी " ग़ज़ल प्रस्तुत की । शिक्षा विद आर. एस. शर्मा ने " आसमान किसी एक परिंदे का नहीं सबका है " सुनाकर खूब दाद बटोरी । सुश्री रज़िया सुल्ताना ने ग़ज़ल " इश्क का जब कोई सजर देखा , प्यार का असर देखा " सुनाई । कन्हैया लाल मेनारिया ने " आँधियाँ से कह दो ,अपनी औकात में रहे । पत्थर की हवेली है दरवाज़े काँच के , अंदर जाने वाले अंदर जाना अक्षर बाँच के " सुनाकर आनंदित कर दिया । रेणुका व्यास ने " तुमभी चुप मैं भी चुप तो फिर बात कौन करेगा। नरेंद्र व्यास ने " लो एक आया एक चला गया " कविता सुनाकर नववर्ष के आगमन का अहसास कराया । श्रीमती कुसुम शर्मा ने " अरे जानकी कहाँ हो भाई , आज हमारी कालोनी में तीन पॉजिटिव निकले " एक लघुकथा सुनाई ।संस्था के संरक्षक समाजसेवी जम्मुकुमार जैन ने " मुक्त हुए बदनाम , जीना हुआ इल्ज़ाम " अपनी मधुर आवाज़ में गीत प्रस्तुत किया। तौकीर आलम तौकीर और कुशाल तिवारी ने भी ग़ज़ल सुनाई । अध्यक्ष श्री प्रमोद रामावत ' प्रमोद ' संस्था द्वारा आगामी 10 फरवरी को स्वर्गीय बालकवि बैरागी की स्मृति में होने वाले कार्यक्रम की रूपरेखा पर विस्तार से चर्चा की ।

कार्यक्रम का संचालन प्रमोद रामावत ने किया और आभार प्रदर्शन मुकेश पोरवाल ने माना ।

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