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किसान आंदोलन के समर्थन में कांग्रेस ने ट्रेक्टर रैली के बाद किया प्रभावी चक्काजाम, केन्द्र सरकार के विरूद्ध लगाये गगनभेदी नारे

Neemuch Headlines January 15, 2021, 10:26 pm Technology

नीमच। जिला कांग्रेस ने किसानों के हित मे झोंकी पूरी ताकत, कृषि बिल के विरोध में कर रहे जंगी प्रदर्शन, उत्साह से लबरेज कार्यकर्ता उमड़ रही भारी भीड़

नीमच। कृषि विधेयक के विरोध एवं किसान आंदोलन के समर्थन में शुक्रवार को भाटखेड़ा चोराहा पर दोपहर 2.30 बजे से 4 बजे तक धरना देकर चक्का जाम किया। मप्र कांग्रेस कमेटी के निर्देशानुसार जिला कांग्रेस कमेटी के मार्गदर्शन व पूर्व सांसद सुश्री मीनाक्षी नटराजन के नेतृत्व में आयोजित इस धरने में बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता मौजूद रहे। भाटखेड़ा चोराहा पर नीमच शहर में जाने वाले व बायपास मार्ग पर पुलिस ने बेरीकेट्स लगाकर पहले ही वाहनों को रोक दिया था। कांग्रेसजन भाटखेड़ा बीच चोराहे पर एकत्रित होकर नीचे बैठ गये और केन्द्र सरकार और प्रधानमंत्री के विरूद्ध जमकर नारेबाजी करते हुए कृषि बिल को वापिस लेने की मांग की। इस आंदोलन में किसान आंदोलन से जुड़े पंजाबी किसानों ने भी शिरकत की।

चक्काजाम के पूर्व भाटखेडा चोराहे पर आयोजित धरना प्रदर्शन के दौरान पूर्व सांसद सुश्री मीनाक्षी नटराजन, जिला कांग्रेस अध्यक्ष अजीत कांठेड़, पूर्व मंत्री नरेन्द्र नाहटा, पूर्व विधायक नंदकिशोर पटेल, नीमच से कांग्रेस के विधानसभा प्रत्याशी रहे जावद के पूर्व जनपद अध्यक्ष सत्यनारायण पाटीदार, मनासा से विधानसभा के प्रत्याशी रहे पूर्व जनपद अध्यक्ष उमरावसिंह गुर्जर, देवेन्द्र परिहार, अनिल चोरसिया, मधु बंसल, आशा सांभर, तरूण बाहेती, बृजेश सक्सेना, नाथूसिंह राठोर, विनोद दक आदि ने संबोधित करते हुए किसान आंदोलन को वापिस लेने की मांग की और कृषि बिल को काला कानून बताया। सभी ने केंद्र सरकार के तीनों कृषि कानूनों को किसान विरोधी करार देते हुए कहा कि इन कानूनों से कृषि उत्पाद के बाजारों पर कार्पोरेट घरानों का कब्जा हो जाएगा और छोटे व्यापारियों का व्यापार और व्यापारिक प्रतिस्पर्धा खत्म हो जाएगी। नतीजतन, बड़े व्यापारी मनमानी करेंगे। किसान विरोधी कृषि बिल किसानों के साथ अन्याय है यह काले कानून की तरह है इसे केन्द्र सरकार का किसानों के हित में वापिस लेना ही चाहिये। नीमच जिले का किसान अनेक प्रकार की फसलें उगाता है, लेकिन अगर देश में कृषि कानून लागू हो गया तो किसानों की जमीनें अडानी और अंबानी की मेहरबानियों पर निर्भर हो जाएंगी। न तो उचित दाम मिलेगा और न ही सुनवाई होगी। हमारा किसान दबेगा नहीं। वह अपनी लड़ाई लड़ेगा। किसान विरोधी कृषि बिल किसानों के साथ अन्याय है यह काले कानून की तरह है इसे केन्द्र सरकार का किसानों के हित में वापिस लेना ही चाहिये। सभी ने एमएसपी को कानूनी रूप देने के साथ तीनों कानूनों को रद्द करने की मांग की है।

ट्रेक्टर रैली के बाद किसानों के हित में चक्काजाम भी रहा प्रभावी:-

किसान आंदोलन के समर्थन में 11 जनवरी को जिला कांग्रेस के तत्वावधान में ट्रेक्टर रैली निकाली थी, जो काफी प्रभावी रही और किसान के पक्ष में उनके लिए प्रभावी रूप से निकाली गई टेªेक्टर रैली को कांग्रेस का अच्छा प्रयास बताया और विपक्षी लोग भी कांग्रेस की ट्रेक्टर रैली की सराहना करते नहीं थक रहे है। केन्द्र को एक मेसेज नीमच से दिया कि कृषि बिल काले कानून की तरह है नीमच जिले का का किसान इस काले कानून का घोर विरोधी है और केन्द्र सरकार को इस काले कानून को वापिस लेना ही चाहिये। चार दिन बाद 15 जनवरी को कांग्रेस ने किसान आंदोलन के समर्थन में कृषि बिल का विरोध करते हुए धरना प्रदर्शन के साथ चक्काजाम का बिगुल फूंका। चक्काजाम सफल रहा और कांग्रेस जिस उद्देश्य से चक्काजाम किया वह मेसेज सरकार के पास शासन के पास चला गया है। कांग्रेस ने यह बता दिया कि वह किसानो के साथ किसानों के साथ कोई अनीति नहीं होने देगी और जब तक कृषि बिल का विरोध करती रहेगी जब तक कि वह बिल सरकार वापिस नही ले लेती ।

दमदार रूप से निभा रही विपक्ष की भूमिका:-

जिला कांग्रेस के तत्वावधान में कांग्रेसजन दमदार रूप से विपक्ष की भूमिका निभा रही है। ट्रेक्टर रेली ने कांग्रेसजनो में नई उर्जा का संचार किया है। कांग्रेस के लोग चाहे और कांग्रेस पूरी दमदारी से एकजुटता के साथ काम करे तो हर काम में उन्हें सफलता मिले। कांग्रेस के लिये यह अच्छे संकेत है। जिला कांग्रेस कमेटी की सक्रियता के चलते कांग्रेस जिला मुख्यालय पर दमदार रूप से विपक्ष की भूमिका निभा रही है। माना जा रहा है कि जिला मुख्यालय पर आयोजित होने वाले कार्यक्रम में नीमच से विधानसभा के कांग्रेस प्रत्याशी रहे सत्यनारायण पाटीदार की भूमिका भी महत्वपूर्ण बतायी जा रही है।

उत्साह से लबरेज कांग्रेसियों ने लगाये गगनभेदी नारे:-

किसानों के सम्मान में व केन्द्र सरकार और प्रधानमंत्री के विरूद्ध कांग्रे्रसजनों ने जमकर नारेबाजी की। कांग्रेसजनों का जोश देखते ही बन रहा था। कांग्रेसजन उत्साह से लबरेज नजर आ रहे थे।

ये रहे उपस्थित:-

चक्काजाम के दौरान अजीत कांठेड, अरविन्द चोपड़ा, सत्यनारायण पाटीदार, उमरावसिंह गुर्जर, हाजी बाबू सलीम, प्रभु चंदेल, नाथूसिंह राठोर, मंगेश संघई, राजेन्द्रसिंह तोमर, सुरेश शर्मा रतनगढ, ओम दीवान, विनोद दक, राकेश अहीर, बृजेश मित्तल, मुकेश कालरा, मुकेश पोरवाल, संजीव पगारिया,मधु बंसल, मीना कुरील, स्नेहलता शर्मा, भारती देवेन्द्र परिहार, मनोरमा मूंदड़ा, दिग्विजयसिंह आमलीखेड़ा, चंद्रशेखर पालीवाल, हरगोविन्द दीवान, मोनू लोक्स, सोनू यादव, मानसी नायडू, यश लोहार, इकबाल कुरेशी, मनीष कदम, महेश यादव, मनोहर अंब, अभिषेक मालू, कैलाश राठौर, जसवंत राठौर, मोहनसिंह जाट, गजेन्द्र यादव, राकेश जावरिया, बाबा बोहरा, नीरज पंचोली, नितेश यादव, उमरावसिंह राठोर, भगत वर्मा, संदीप राठोर, बलवंत पाटीदार, दीपेन्द्र बैरागी,दीपक नागदा, विमल शर्मा, भूपेन्द्र पाटीदार, कृपालसिंह मंडलोई, चंदा चोहान, राजीव भास्कर, साबिर मसूदी, ईश्वर मुजावदिया, दिनेश बैरागी, बाबूलाल सालवी, महेन्द्रसिंह सिसोदिया, जवानसिंह सिसोदिया,दीपक नागदा, संजय पंवार, पृथ्वीसिंह वर्मा, सईदभाई काले, महेश वीरवाल, राकेश सोन, अमरसिंह जयंत, , जगदीश माहेश्वरी, महेश चोधरी, संजय पंड्या, शराफत खान, विनोद बोरीवाल, दीपक नागदा सहित बड़ी संख्या में किसान व कांग्रेसजन उपस्थित थे।

पुलिस प्रशासन रहा मुस्तैद:-

इस दौरान पुलिस प्रशासन मुस्तैद रहा। पुलिस ने चाक चोबंद व्यवस्था कर रखी थी। बराबर वीडियो रिकाॅर्डिंग की गई वहीं कोई अप्रिय स्थिति नहीं बने इसके लिये पूरी तैयारी कर रखी थी वहीं नगरपालिका की फायर ब्रिगेड भी मौके पर मौजूद थी पर कांग्रेसियों के शांतिपूर्ण चक्काजाम की वजह से फायर बिग्रेड का इस्तेमाल नहीं हो सका।

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