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किसान नेता अहीर के नेतृत्व में चक्का जाम किया गया, लभगभ दो घंटे तक चला आंदोलन

Neemuch Headlines January 15, 2021, 7:38 pm Technology

जावद। कृषि कानुनो के विरोध में दिल्ली में चल रहे किसान आंदोलन के समर्थन में प्रदेश कांग्रेस कमेटी कमेटी के आह्वाहन पर एवं जिला कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी जिलाध्यक्ष राजकुमार अहीर के नेतृत्व में जावद ब्लाॅक कांग्रेस कमेटी द्वारा शुक्रवार को जावद बावल रोड़ पर लगभग दो घण्टे तक ‘हार्न बजा कर चक्का जाम’ किया गया। चक्का जाम के दौरान मीडिया से चर्चा करते हुए किसान नेता राजकुमार अहीर ने कहा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष कमलनाथ के नेतृत्व में प्रदेश में कई जगह चक्का जाम किया है हमने भी ब्लाॅक कांग्रेस के बेनर तले आज जावद-बावल रोड़ पर हार्न बजाकर चक्का जाम किया। किसानो को जागृत करने के लिए एवं कृषि कानून जो की काले कानून है उन्हे समझाया। इस कानून का नाम कृषि कानून जरूर है लेकिन यह किसानो के हित के लिए नहीं बना है यह सिर्फ अड़ानी और अम्बानी कानून बना है। जब हमारा देश कोरोना से जुंज रहा था तक केन्द्र की सरकार ने इस काले कानून को विधानसभा ओर लोकसभा में पास करवाया। जबकी इस कानून को राज्यसभा में भेजा नहीं गया। यहां तक की इस कानून का विधानसभा में कांग्रेेस विधायको ने विरोध किया तो उन्हे बर्खास्त कर दिया गया। भाजपा किसान कानून के नाम से किसानो को अडानी और अम्बानी के यहा गिरवे रखना चाहती है। एमएसपी में जब गेहू 1975 रूपये में बिका और आज 1600 रूपये में बिक रहा है। एमएसपी में जब मक्का 1400 रूपये में बिकी ओर अब 600 रूपये में बिक रही है। अडानी और अम्बानी किसानो का शोषण कर रही है किसाना के विभिन्न फसले कम मुल्य में खरीदकर बड़े बड़े माॅल में अधिक मुल्य में फसल बेची जाएगी। पण्डित जवाहर लाल नेहरू से समय देश में जब अकाल पड़ता था अनाज की कमी रहती थी तब अमेरीका सड़ा हुए लाल गेहू भारत को देता था जो की जानवर भी नही खाते है। पुर्व प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू ने जब यह हालत देखी तो बड़े-बड़े बांध बंधवाए, सिचाई की पुरी व्यवस्था करवााई और किसानो को मजबुत बनाया और पंजाब-हरियाणा के किसानो ने पुरे देश को आत्मनिर्भर बनाया। कांग्रेस पार्टी ने हमेशा किसानो की बात की है। आज देश के प्रधानमंत्री किसानो की नही सोचते है बल्कि बड़े बड़े उद्योग पतियो के बारे में सोचते है। देश की विभिन्न सिमाओ में किसान लगभग 52 दिनो से आंदोलन कर रहे है कई किसान भाई इस आंदोलन में शहीद हो गए है।जबकी अभी ठंड, बारिश, ओले, पाला भी गिर रहा है किसाना पुरी ताकत के साथ आंदोलन को लगातार जारी रख रहे है हमारे देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अभी तक काले कानून को वापस लेने की नहीं सोची। सुप्रिम कोर्ट में शामिल प्रतिनीधी भुपेन्द्रसिंह ने इस्तेफा दे दिया ओर कहा की मैं किसानो के साथ हूॅ। यह कानून किसानो के हित में नहीं है, कांग्रेस पार्टी हमेशा किसाना के साथ खड़ी है और आगे भी खड़ी रहेगी। जिस राज्य में कांग्रेस की सरकार है वहां यह काला कानून लागू नहीं किया जा रहा है। काॅनटेक्ट फार्मिक के तहत किसान अनाज पैदा करता है और किसी कारण उसकी फसल खराब हो जाती है तो एर्गीमेंट करने वाला किसान की फसल नहीं खरीदेगा ओर यहा तक की किसान को कोर्ट में अपनी समस्या रखने का अधिकार भी नहीं है, केवल एसडीएम तक अपनी बात रख सकता है। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष कमलनाथ नेतृत्व में हम जगह जगह इस काले कानून का विरोध करेंगे। हम इस काले कानून को लेकर गांव गांव की चैपालो पर जाकर किसानो को जागरूक करने का काम करेंगे। यह काला कानून लाॅक डाउन के समय लागू किया गया था ताकी जगह जगह के किसान सड़को पर ना उतरे आज इस कानून को कांग्रेस पार्टी किसानो को समझा रही है काले कानून के विरोध में किसान आज सड़को पर उतकर कर आंदोलन कर रहा है। कार्यक्रम में जिला कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी जिलाध्यक्ष राजकुमार अहीर, जावद ब्लाॅक अध्यक्ष कैलाश अहीर, युवा कांग्रेस पुर्व अध्यक्ष दिनेश धनगर, युवा कांग्रेस अध्यक्ष देवेन्द्र पाटीदार, जिला महामंत्री ओम शर्मा, कार्यकारी ब्लाॅक अध्यक्ष मुकेश कालरा, पिछड़ा प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष बलवंत पाटीदार, रतनगढ़ ब्लाॅक अध्यक्ष राजेन्द्र मंडोवरा, कार्यकारी अध्यक्ष शंभु चारण, भरत बोहरा, कोमल भटेवरा, रमेश नटराज, पुर्व पार्षद फजले नबी छिपा, पुर्व पार्षद शाकिर हुसैन, पुर्व पार्षद प्रतिनीधी शिवकुमार त्रिपाठी, नयागांव नगर अध्यक्ष कारूलाल विरावाल, अठाना पुर्व पार्षद महेन्द्रसिंह सिसोदिया, ब्लाॅक महामंत्री प्रितेश भट्ट, अठाना युवा कांग्रेस अध्यक्ष दिनेश नरवाडिया, रतनगढ़ युवा कांग्रेस ब्लाॅक अध्यक्ष संजय ग्वाला, लाखन यादव,कमलसिंह सिसोदिया, यशपाल भटेवरा, भेरूलाल धाकड़, भक्तिराम सरपंच, सलीम बादशाह, भय्यू मंसुरी, सोनू यादव, नारायणसिंह सोलंकी, उकारलाल माली, रामनिवास रेगर, डाॅ. राजू पाल, जाकीर हुसैन, अशोक यादव, दिपक शर्मा, अशोक पाटीादार, कन्हैयालाल प्रजापत, गजेन्द्र यादव, प्रहलाद बोहरा, राहुल अहीर, रविन्द्र बोहरा, विजेश पाराशर, रोशन धाकड़, सुधीर सेन, नयागांव पुर्व पार्षद गुलाबसिंह, मनोहर शर्मा, लियाकत कुरैशी, नानालाल शर्मा, मोहन बड़ोला, गोपालदास बैरागी, राधेश्याम बैरागी, रवि शास्त्री, नितेश जोशी, प्रेमसिंह, भानु टेलर, राकेश चारण, पिंटू आचार्य, लिटिल लड्डा, रवि नागोरा, निरंज भट्ट, रईस बेहलीम, मोनू शुक्ला, लियाकत कुरैशी, विजेश साहू, सत्तू धाकड़, मंगल तोतला, कान्हा व्यास, मिलकीतसिंह, जगदीश सैन, भुपेन्द्र बैरागी, शंकर व्यास, प्रतापसिंह राणावत, पुरणसिंह, मकबुल हुसैन, हमीद हुसैन, प्रकाश अन्याणा सहित कई किसान भाई व कांग्रेसी पदाधिकारीगण मौजदू थे। किसानो में उर्जा भरते हेतु कैलाश अहीर, शंभू चारण, राधेश्याम बैरागी, भय्यू मंसुरी, निरज पंचोली ने ऊर्जापुर्वक गीत भी गाए। कार्यक्रम के अंत में किसाना आंदोलन में हुए शहीदो को दो मिनीट का मोन रख कर श्रद्धांजलि अर्पित कि गई। किसानो के उपर हो रहे अत्याचारो एवं अन्याय को देखते हुए गुर्जरखेड़ी सांखला से आए घन्श्याम भंभी ने कांग्रेस की सदस्यता ली। प्रितेश भट्ट एवं महेन्द्र सिंह सिसोदिया ने घनश्याम भांभी को माला पहनाकर कांग्रेस परिवार में शामिल किया। चक्का जाम आंदोलन के दौरान जावद एसड़ीएम, एसड़ीओपी, टीआइई सहीत कई पुलिस जवान मोजूद थे। उक्त जानकारी मीडिया प्रभारी हबीब राही द्वारा दि गई।

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