रतनगढ प्रा.स्वास्थ्य केन्द्र पर न तो डॉक्टर और ना ही एंटी रेबीज का इंजेक्शन, पीड़ितो के परिजनो ने की प्रशासन से मदद की गुहार
रतनगढ़। इन दिनों जहां एक तरफ पूरा देश प्रदेश कोरोना वायरस की भयंकर महामारी से बूरी तरह से त्रस्त है एवं सरकार द्वारा महामारी को फैलने से रोकने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं वही शासन प्रशासन के द्वारा भी लोगों के स्वास्थ्य एवं सुरक्षा के लाख दावे किए जा रहे हैं। लेकिन धरातल पर लोगों को आज भी काफी अधिक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। क्षेत्र में हर गली मोहल्ले एवं चौराहों पर आवारा कुत्तो की भरमार देखी जा सकती है। ऐसे में पिछले 3/4 दिनों में गरवाडा में लगभग 20 से भी अधिक महिला पुरुष एवं बच्चों सहित 4/5 गाय भेंस के बछडो को पागल कुत्तों ने काट कर अपना शिकार बना लिया है ग्रामीणो ने इन पागल कुत्तों को मारने का बहुत प्रयास भी किया एवं 1 कुत्ते को मार भी दिया लेकिन 4/5 कुत्ते अभी भी पकड मे नही आने के कारण ग्रामीणों में भारी दहशत का वातावरण बना हुआ है ग्रामीण जोगेंद्र चारण,ओमप्रकाश मंडोवरा, जगदीश धाकड़, महेंद्र चारण,कालुराम चारण, प्रहलाद चारण,राजेंद्र चारण, शिवकुमार चारण के अनुसार पिछले दिनों रात्रि में कोई बाहर से यहां आवारा कुत्तों को छोड़ गए है। एवं उनमें से कुछ पागल होकर इंसानों एवं पशुओं को अपना शिकार बना रहे हैं। पिडित परिजनों के अनुसार रतनगढ प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर पहुंचने पर वहां ना तो कोई चिकित्सक है और ना ही एंटी रेबीज का इंजेक्शन वहां पर मौजूद स्टाफ के द्वारा इंजेक्शन कब तक आएगा इस बारे में अनभिज्ञता जताई गई।
इनको बनाया पागल कुत्तों ने अपना शिकार:-
कु.दिव्या शैलेंद्र चारण, कु. निशा शांतिलाल चारण, श्रीमती झुम्माबाई पति रामलाल चारण, कुश पिता प्रकाश प्रजापत, आयुष पिता राजेंद्र कुमार चारण, मुस्कान पिता दिलीप चारण, कु.अंशिका पिता मांगीलाल चारण, कु.वर्षा पिता बगदीराम चारण, कु. दिशा पिता मोहनलाल चारण, कु.आरती पिता नटवरलाल चारण, कु.चंदा पिता कन्हैयालाल चारण, कु.पूजा पिता प्रहलाद चारण, कुश पिता बाली प्रजापत, कु.रितिका पिता मांगीलाल चारण, कन्हैयालाल भांभी, छगनलाल
भांभी सहित किशनलाल चारण की गाय, प्रहलाद चारण की गाय, पुरण चारण की भैंस का बछडा सहित और भी कई महिला पुरुष बच्चों सहित कई दुधारू पशुओ एवं उनके बछडो को भी पागल कुत्तों ने अपना शिकार बनाया है। ज्ञात रहे कि पागल कुत्ते के काटने से पीड़ित प्रत्येक व्यक्ति को 5 इंजेक्शन लगाने पड़ते हैं एवं बाजार में एक इंजेक्शन की कीमत लगभग ₹400 है। जो भी आसानी से उपलब्ध नहीं हो पाते हैं।
इनका कहना है:-
हो सकता है आज कल मे कभी रतनगढ़ मे इंजेक्शन खत्म हो गए हो मे आज ही प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर इंजेक्शन की व्यवस्था करवा देता हूं।
-डॉ.राजेश मीणा ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर रतनगढ डिकैन