राजस्व विभाग की मिली भगत से भाजपा शासन में भी कांग्रेसी भू माफियाओं के हौसले बुलंद, चल रहा बहुत बडे फर्जीवाड़े का खेल,सख्ती से जांच मे हो सकती है बहुतो को जैल
नीमच। इन दिनों रतनगढ़ टप्पा क्षेत्र में भू माफिया, राजस्व विभाग और कुछ राजनीतिक दबंगों का गठजोड़ हावी हो रहा है क्षेत्र में भू माफिया राजस्व विभाग के आला अधिकारीयो के साथ मिलकर क्षेत्र मे खाली पडी लाखों करोड़ों रूपये की सरकारी व चरनोई की जमीनो पर अवैध अतिक्रमण कर क्षेत्र के पटवारियों एवं आला अधिकारियों की मिली भगत से अपने नाम पर करवा कर ऊंचे दामो पर बेचा जा रहा है।
विस्तृत जानकारी के अनुसार रतनगढ़ सहित आसपास क्षेत्र में ऐसा कोई स्थान नहीं बचा है जहां की सरकारी जमीनो पर इन सफेदपोश भूमाफियाओं की गिध्द दृष्टि न हो और तो और इनकी दबंगई का अंदाजा आप इस बात से भी लगा सकते हो कि अनुसूचित जाति जनजाति वर्ग के गरीब वर्ग के लोगो को सरकार द्वारा वर्षों पूर्व दिए गए पट्टो को ओने पोने दामों में खरीदकर यह भू माफिया पहले तो रजिस्ट्रार कार्यालय मे सांठ गांठ कर धडल्ले से अपने नाम पर रजिस्ट्रीया करवा रहे हैं फिर सुनियोजित तरीके से इन पट्टो को शासकीय जमीनो पर पटवारियों के सहयोग से रिकार्ड में भारी हेराफैरी कर दर्ज करवा रहे हैं। पटवारी से मिलकर मनमाफिक सीमांकन एवं बटांकन का भी प्रयास किया जा रहा है। साथ ही उस जमीन को नंबर एक की निजी भूमि स्वामी के दस्तावेज तैयार कर लाखों करोड़ों रूपये मे बेचकर शासकीय जमीनो की हेराफैरी में लगे हुए हैं।
इस प्रकार की शासकीय जमीनो व चरनोई की भूमि को खुर्द बुर्द करने में स्थानीय पटवारी से लगाकर अधिकारीयो, भू माफियाओ एवं प्रभावशाली राजनेताओं का गठजोड़ काम कर रहा है। प्राप्त जानकारी के अनुसार ताजा मामला लगभग 45 से 50 बीघा से अधिक शासकीय जमीन पर कांग्रेसी भू माफियाओं द्वारा कब्जा बताकर उसको लाखों रुपए में बेचने का है। रतनगढ टप्पा के पटवारी हल्का नंबर 33 के सर्वे नंबर 44 की शासकीय भूमि श्रीमद् भागवत गौशाला ग्राम बरेखन (जेतपुरा) नीमच सिंगोली रोड़ के पास स्थित है। उक्त स्थान की लगभग 50 बीघा से भी अधिक की जमीन सर्वे नंबर 44 के भाग 16,17,18 जो पूर्ण रुप से शासकीय जमीन है वहां पर राजस्व विभाग के अधिकारियों के साथ सांठ गांठ और मिली भगत से रतनगढ के भूमाफिया कांग्रेस नेता राजेश लढा ने एसे पट्टेदारों को तलाश किया। जिनके पास कई वर्षों पूर्व शासन ने पट्टे जारी किए थे किंतु आर्थिक विषमता के चलते अ.जा., ज.जा.वर्ग के गरीब किसान आज तक भी अपनी जमीनो पर काबीज नहीं हो पाए क्योंकि वर्षों से तहसील कार्यालय के चक्कर काटने के बाद भी आर्थिक विषमता के कारण इन्हें अपना कब्जा ही नहीं मिल पाया और ना ही यह जान पाए कि इनकी जमीन है कहां पर..?
ऐसे गरीब वर्ग के मजबूर व परेशान लोगों से ओने पौने दामों में पट्टे खरीदकर कांग्रेसी भू माफिया राजेश लढा रतनगढ ने बहुत ही शातिराना अंदाज में राजस्व विभाग के अधिकारियों के साथ मिलकर खेल खेलते हुए रजिस्टार आफिस सिंगोली से मिलीभगत कर एसे अजा जजा. वर्ग के लोगो को रुपयौ का लालच देकर उन्हे शासन से मिले पट्टो की लापता जमीनो की रजिस्ट्रीयो को अपने नाम पर करवा लिया।
अभी तक हो चुकी है 4 रजिस्ट्रिया:-
दिनांक 8 जुलाई 2020 को हुई पहली रजिस्ट्री क्रमांक MP27/ 9502020A1372211,
दिनांक 9 जुलाई 2020 को हुई दूसरी रजिस्ट्री क्रमांक MP.27/ 9502020A 1377310,
दिनांक 14 जुलाई 2020 को हुई तीसरी रजिस्ट्री क्रमांक MP 279502020A1394285,
दिनांक 21 जुलाई 2020 को हुई चोथी रजिस्ट्री क्रमांक MP.27/ 95/02020A1413 457 सुनियोजित तरिके से कराई गई है।
इसमें से 3 रजिस्ट्रियां अनुसूचित जाति वर्ग एवं एक रजिस्ट्री अनुसूचित जन जाति आदिवासी वर्ग के गरीब व्यक्ति से खरीदी गई है।
पट्टो की जमीन कागजों में, अब शासकीय जमीन पर दर्शाने की तैयारी:-
इस पूरे प्रकरण मे सबसे बड़ी घोर करने वाली बात यह है कि कई वर्षो पूर्व शासन द्वारा आदिवासी जाति जन जाति वर्ग के लोगों को मिले इन पट्टो पर आज तक भी कभी इनका कब्जा ही नहीं रहा और ना इन लोगों ने इन पट्टो की जमीनो पर कभी खेती करी। लेकिन अब जावद उपखंड के सिंगोली तहसील के राजस्व विभाग के आला अधिकारियों की मिली भगत से सर्वे नंबर 44 मे रिक्त पडी शासकीय जमीन पर भूमाफिया कांग्रेस नेता राजेश पिता मुरलीधर लढा रतनगढ के द्वारा पट्टो के द्वारा हुई रजिस्ट्रियो को अपने नाम पर करवा कर शासकीय जमीन पर दर्शा कर स्वयं मालिक बनकर शासन की लाखों-करोड़ों रूपय की जमीन को ऊंचे दामो पर बेचने की जुगत भीडा रहा है।अपनी स्पष्टवादी छबि एवं ईमानदारी के लिए जाने जाने वाले जावद विधान सभा क्षेत्र के जनप्रतिनिधि कैबिनेट मंत्री लघु एवं कुटिर उद्योग मंत्री ओमप्रकाश सकलेचा, स्वच्छ व ईमानदार छबी के जिला कलेक्टर महोदय जितेन्द्र सिंह राजे को चाहिए कि रतनगढ़ टप्पा क्षेत्र में नामांतरण, नई पावती बनाने व राजस्व प्रकरणो में निराकरण के नाम पर हुए जमीनों के घोटाले की पूरी जांच कराकर इन भू माफियाओं पर लगाम लगाते हुए हल्का नंबर 33 ग्राम बरैखन के सर्वे नंबर 44 में स्थित शासकीय व चरनोई की जमीनो पर किए जा रहे कब्जा धारियो व लाखों- करोड़ों के घोटाले बाजो के खिलाफ सख्त कार्यवाही करते हुए इस सम्पूर्ण घोटाले मे शामिल सम्बंधित क्षेत्र के पटवारी, तहसीलदार जिम्मेदार अधिकारियों पर भी सख्त कार्रवाई कर शासकीय जमीन को इन भूमाफियाओं के कब्जे से मुक्त कराकर प्रदेश सरकार एवं अपनी ईमानदारी की एक मिसाल कायम करे।
इनका कहना है:-
आपके माध्यम से रतनगढ़ क्षेत्र में हो रहे शासकीय व चरनोई की जमीनो पर अतिक्रमण एवं अवैध पट्टों की जानकारी मेरे संज्ञान में आई हैं अगर ऐसा है तो घोटालेबाज दोषियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। -जितेंद्रसिंह राजे जिला कलेक्टर नीमच