भोपाल। मध्यप्रदेश में शनिवार को कोरोनावायरस संक्रमण के 859 नए मामले सामने आए और इसके साथ ही प्रदेश में इस वायरस से अब तक संक्रमित हुए लोगों की कुल संख्या 38,157 तक पहुंच गई।
राज्य में पिछले 24 घंटों में इस बीमारी से 15 और व्यक्तियों की मौत की पुष्टि हुई है जिससे मरने वालों की संख्या 977 हो गई है। मध्यप्रदेश के एक स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि पिछले 24 घंटों के दौरान प्रदेश में कोरोनावायरस संक्रमण से भोपाल में चार, इंदौर में दो, देवास में दो और जबलपुर, खंडवा, सागर, भिण्ड, राजगढ़, छतरपुर, और सीहोर, में एक-एक मरीज की मौत की पुष्टि हुई है। उन्होंने बताया कि राज्य में अब तक कोरोनावायरस संक्रमण से सबसे अधिक 330 मौत इंदौर में हुई है।
भोपाल में 211, उज्जैन में 75, सागर में 36, जबलपुर में 34, बुरहानपुर में 25, खंडवा में 20 एवं खरगोन में 18 लोगों की मौत हुई है। बाकी मौतें अन्य जिलों में हुई हैं।
अधिकारी ने बताया कि प्रदेश में शनिवार को कोविड-19 के सबसे अधिक 184 नए मामले इंदौर जिले में आए हैं, जबकि भोपाल में 138, जबलपुर में 61, ग्वालियर में 35, मुरैना में 32, सिंगरौली में 32, कटनी में 31, रतलाम में 24 एवं बड़वानी में 22 नए मामले आए। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कुल 38,157 संक्रमितों में से अब तक 28,353 मरीज स्वस्थ होकर घर चले गए हैं और 8,827 मरीजों का इलाज विभिन्न अस्पतालों में चल रहा है। उन्होंने कहा कि शनिवार को 732 रोगियों को ठीक होने के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। अधिकारी ने बताया कि वर्तमान में राज्य में कुल 3,084 कंटेनमेंट जोन हैं।
लॉकडाउन सख्ती से पालन के निर्देश :-
भोपाल में कलेक्टर अविनाश लवानिया द्वारा 144 में पूर्व में ही प्रतिबंधात्मक आदेश जारी किए हैं। लॉकडाउन के आदेश अगस्त माह के प्रति रविवार को लागू रहेंगे। आधिकारिक जानकारी के अनुसार आदेश में रविवार को प्रातः 5 बजे से रात्रि 10 बजे तक कर्फ्यू लगाया है। इस दिन कोई भी संस्थान, दुकान और अन्य सेवा प्रदाता संस्थान नहीं खुल सकेंगे। कोई भी व्यक्ति सड़क पर नहीं निकल सकेगा। होम डिलेवरी, पार्सल सेवाएं भी पूरी तरह बंद रहेंगी। दूध वितरण और न्यूज पेपर वितरण को सुबह 6 से 10 बजे तक छूट दी गई है।
होम आइसोलेशन की मॉनिटरिंग :-
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि बिना लक्षण वाले ऐसे मरीज जिनके घर में इसके लिए व्यवस्था है तथा जो घर पर ही रहना चाहते हैं, उनके ‘होम आइसोलेशन’ के दौरान उनके उपचार एवं देखभाल की मॉनीटरिंग की अच्छी व्यवस्था करें तथा इस संबंध में स्वास्थ्य विभाग गाइड लाइन तैयार कर प्रत्येक जिले को भिजवाए।