नीमच। दिनांक 23/07/2020 को जारी प्रेस नोट में आषा उशा आषा सहयोगिनी एकता यूनियन सीटू की जिलाध्यक्ष कृष्णा कांटे महासचिव रेखा व्यास ने बताया कि यूनियन के राज्यव्यापी आव्हान पर नीमच में भी आषा कार्यकर्ता एवं आषा सहयोगिनीयों द्वारा हड़ताल रखकर काम बंद रखकर मुख्यमंत्री के नाम एक ज्ञापन स्थानीय कलेक्टर कार्यालय में नायाब तहसीलदार सुश्री प्रषस्ति सिंह को सौंपा।
ज्ञापन के पहले सभी कार्यकर्ता कलेक्टर कार्यालय में स्थित हनुमान मंदिर में एकत्रित हुई। वहां से फिजिकल डिस्टेंसिंग बनाते हुए और नारे लगाते हुए कलेक्टर भवन पहुंची। ज्ञापन में बताया गया कि आंध्रप्रदेष व केरला, तमिलनाडु सहित देश के अन्य राज्यों में आशा कार्यकर्ता एवं सहयोगिनीयो को अतिरिक्त मानदेय का भुगतान किया जा रहा है लेकिन मध्यप्रदेष में केवल 2000/- रुपये प्रतिमाह में यह तबका काम कर रहा है जो कि अन्यायोचित सीमा तक अल्प है। ज्ञापन में अतिरिक्त वेतन/प्रोत्साहन राशि सहित आन्ध्र प्रदेश की तरह मध्य प्रदेश सरकार की ओर से भी 10,000 रुपये का मानदेय प्रदान किया जावे।
ज्ञातव्य कि आन्ध्र प्रदेश के अलावा अधिकांश राज्य अतिरिक्त मानदेय देते है लेकिन मध्य प्रदेश सरकार नही देती। कोविड-19 के दौर में अन्य स्वास्थ्य कर्मियों के लिये 10,000 रुपये के अतिरिक्त वेतन की जो घोषणा की उसे लागू कर आशा एवं आशा सहयोगियों को भी उसका एरियर सहित भुगतान किया जावे। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन को स्थायी विभाग बना कर इसमें कार्यरत सभी अधिकारी कर्मचारियों तथा आशा एवं आशा सहयोगी को नियमित कर्मचारी बना कर उन्हें वेतन व सुविधायें दी जावे। तब तक आशा को कुशल एवं आशा सहयोगियों को अति कुशल का न्यूनतम वेतन दिया जावे। आशा की तरह आशा सहयोगी भी अपनी जान को जोखिम में डाल कर काम कर रही है, इसलिये कोरोना अभियान के लिये आशाओं को दी जा रही राशि के बराबर की राशि आशा सहयोगियों को भी दी जावे। कोरोना के खिलाफ अभियान के दौरान जान गवाने वाले-शहीद कोरोना योद्धा-आशाओं (1) श्रीमति ममता कनाडा, (2) श्रीमति सरस्वती बर्मन (3) श्रीमति जानकी लोधी एवं (4) श्रीमति लक्ष्मी राजपूत के परिवार को, 50 लाख रु.की बीमा की राशि तत्काल उपलब्ध कराने हेतु कार्यवाही की जावे। इन शहीद आशाओं के परिवार के एक एक सदस्य को शासकीय नौकरी प्रदान की जावे। सभी आशा एवं सहयोगी को संक्रमण से बचाने के लिये अनिवार्यतः सभी सुरक्षा उपकरण दिये जावे। सभी आशा एवं सहयोगी की नियमित रूप से स्वास्थ्य की जांच की व्यवस्था की जावे ताकि उनके संक्रमण होने का समय पर पता चल सके एवं प्राथमिक स्थिति में ही उनका इलाज शुरु हो सकें। जोखिम को जानते हुये भी कोरोना महामारी के खिलाफ विभागीय अभियान के चलते संक्रमित सभी आशा एवं सहयोगियों को 5 लाख रुपये की मुआवजा राशि दो। आशा एवं सहयोगियों के परिवार को प्रति व्यक्ति 10 किलो अनाज एवं आवश्यक वस्तुओं की निःशुल्क किट का वितरण आगामी छह माह तक किया जावे आदि मांगे सम्मिलित है। इस अवसर पर ज्ञापन का वाचन देवकन्या खारोल ने किया तथा कांता अहीर, कुसंम कुंवर, कांता खोराल, नीतु जाटव, कला शर्मा, सरोज नागदा, लता मालवीय, सुशीला पाटीदार, पारस अहीरवाल, सोनु सरगरा, पुष्पा कांटे, सुमित्रा अहिरवार, उशा अहिरवार, मधु शुक्ला, सुनिता विष्वकर्मा, आशा रावत, चंदा पाटीदार, रेखा, रुकमणी, सीटू जिला सचिव गुणवंत राठौर, सीटू जिला उपाध्यक्ष अजय जेवरिया, सीटू प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष शेलेंद्र सिंह ठाकुर सहित बडी संख्या में आशा कार्यकर्ता एवं सहयोगिनी उपस्थित थी।