नीमच । दिल्ली में आयोजित44वें भारतीय अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेला 2025 में नीमच जिले की पारंपरिक कला और कौशल ने एक बार फिर राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपनी छाप छोड़ी है। नीमच जिले की जावद तहसील के तारापुर गांव के मेसर्स बालाजी डाइंग, प्रो. उमेश मरकरा द्वारा निर्मित हैण्ड ब्लॉक (हस्त निर्मित) प्रिंटिंग उत्पादों ने मेले में खास आकर्षण बटोरा।
उनकी नांदना प्रिंट एवं हैण्ड ब्लॉक प्रिंट की विविध डिजाइनों को देश-विदेश से आए आगंतुकों ने सराहा। तारापुर गांव लंबे समय से नांदना एवं हैण्ड ब्लॉक प्रिंट में अपनी विशिष्ट पहचान रखता है। यहां तैयार होने वाली मांडणा आर्ट (नांदना प्रिंट) की कलाकृतियाँ भी मेले का मुख्य केंद्र रहीं। उमेश मरकरा वर्षों से बालाजी डाइंग के नाम से हैण्ड ब्लॉक प्रिंट व बांधनी की साड़ियाँ एवं सलवार सूट तैयार कर स्थानीय कला को व्यापक मंच दे रहे हैं। मेले में इस अवसर पर मध्यप्रदेश शासन के एमएसएमई मंत्री श्री चैतन्य काश्यप और नीमच–मंदसौर क्षेत्र के सांसदश्री सुधीर गुप्ता भी मौजूद रहे। उन्होंने तारापुर की पारंपरिक कला को मिली सराहना की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह क्षेत्रीय कारीगरों के लिए गर्व का क्षण है।
उमेश मरकरा द्वारा प्रदर्शित कला और उत्पाद न केवल नीमच जिले की पहचान को मजबूत कर रहे हैं, बल्कि अंतर्राष्ट्रीय बाजार में स्थानीय हुनर को नई दिशा भी दे रहे हैं।