नीमच । म.प्र.शासन व्दारा अनुसूचित जनजाति वर्ग के युवाओं को स्वरोजगार उपलब्ध कराने के लिए संचालित भगवान बिरसामुण्डा स्वरोजगार योजना नीमच जिले की जावद जनपद के गांव कोज्या निवासी श्याम लाल पिता लालुराम को स्वरोजगार उपलब्ध करवाकर, आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने में काफी मददगार साबित हुई हैं। कोज्या निवासी अनुसूचित जनजाति के श्यामलाल भील को जब उक्त स्वरोजगार योजना के बारे में बता चला, तो उसने जनजातीय कार्य विभाग के जिला कार्यालय नीमच से संपर्क कर, योजना के तहत आवेदन किया। श्यामलाल को भारतीय स्टैंट बैक सिंगोली शाखा से टेंट एवं माईक साउण्ड व्यवसाय के लिए अक्टूबर 2024 में एक लाख 68 हजार रूपये का ऋण मिला। इससे श्यामलाल ने टेंट सामग्री खरीदी। वह अपने टेंट हाउस का सफल संचालन कर, प्रतिमाह लगभग 15 हजार रूपये कमा रहा हैं। श्यामलाल, भगवान बिरसामुण्डा स्वरोजगार योजना से मिले लाभ के लिए प्रदेश सरकार व मुख्यमंत्री डा.मोहन यादव को धन्यवाद दे रहा हैं।