नीमच । ट्रेवल्स का काम बंद कर, पशुपालन से रोजाना चार हजार रूपये कमा रहे है राजू उपलावदिया प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव द्वारा प्रदेश में दुग्ध उत्पादन को दो गुना करने, पशुपालकों की आय बढ़ाने, के लिए प्रदेश में दुग्ध समृद्धि अभियान चलाया गया है। इस अभियान के तहत नीमच जिले में भी पशुपालकों को उन्नत नस्ल के पशुपालन के लिए प्रेरित कर, दुग्ध उत्पादन बढ़ाने के विशेष प्रयास किए गये हैं। म.प्र.शासन द्वारा पशुपालन विभाग के माध्यम से संचालित आचार्य विद्यासागर गो-संवर्धन योजना तथा राष्ट्रीय कृत्रिम गर्भाधान कार्यक्रम का लाभ लेकर, नीमच जिले की मनासा जनपद के ग्राम कुकड़ेश्वर निवासी पशुपालक राजू उपलावदिया ने वर्ष 2015 में चार भैस एवं एक गाय से पशुपालन का कार्य प्रारंभ किया। वर्ष 2017 में उन्होने आचार्य विद्यासागर गो संवर्धन योजना के तहत 7 संकर गायों के लिये ऋण लिया। इस पर उन्हें एक लाख 25 हजार 750 रूपये का अनुदान भी शासन द्वारा दिया गया। साथ ही नस्ल सुधार के लिए राष्ट्रीय कृत्रिम गर्भाधान कार्यक्रम के तहत पशुपालन विभाग द्वारा उनके पशुओं का कृत्रिम गर्भाधान भी नि:शुल्क किया गया। पशुपालक राजू पूर्व में ट्रेवल्स का संचालन करते थे। परंतु उन्होने आचार्य विद्यासागर गो संवर्धन योजना का लाभ लेकर पशुपालन कार्य प्रारंभ करने के बाद 2019 से ट्रेवल्स का कार्य बंद कर पूरी तरह पशुपालन कार्य में लग गये हैं। वर्तमान में राजू उपलावदिया द्वारा 30 गांयों और एक भैंस का पालन कर, प्रतिदिन 110 लीटर दूध का उत्पादन किया जा रहा हैं। जिसे वे 35 से 40 रूपये प्रति लीटर के भाव से विक्रय कर लगभग 4 हजार रूपये प्रतिदिन, आमदनी प्राप्त कर रहे है। उनके परिवार की महिला सदस्य भी पशुपालन कार्य में उनका सहयोग कर रही है। कुकड़ेश्वर के राजू उपलावदिया आज सफल पशुपालक के रूप में पहचाने जा रहे हैं। वे पशुपालन कर प्रतिदिन लगभग4 हजार रूपये कमा रहे है। पशुपालन से आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बन गये हैं। पिछले दिनों मनासा क्षेत्र के विधायक अनिरूद्ध मारू ने भी श्री राजू उपलावदिया द्वारा किए जा रहे पशुपालन कार्य का मौके पर निरीक्षण किया और उन्नत नस्ल के पशुपालन, दुग्ध उत्पादन आदि के बारे में जानकारी ली और पशुपालन कार्य की सराहना भी की है।