नीमच। में शासन द्वारा निर्धारित विभागीय थीम अनुसार आंगनवाड़ी केन्द्र में बनने वाले गर्म ताजे नाश्ता एवं भोजन में मोटापा नियंत्रण करने हेतु चीनी, नमक एवं तेल का सीमित उपयोग करें। आंगनवाड़ी केन्द्रों में पोषण भी पढाई भी को बढ़ावा देते हुये बच्चों को अक्षर ज्ञान के साथ बौद्धिक मानसिक एवं शाररिक विकास पर विशेष ध्यान दे। बच्चों को गुणवत्तापूर्ण प्री स्कूल शिक्षा प्रदान की जाए। गर्भवती, धात्री माताओं व छोटे बच्चों में सही आहार की आदत को बढावा दे, आंगनवाड़ी केन्द्रों की गतिविधियों जैसे मगंल दिवस का आयोजन, टीकाकरण आदि गतिविधियों में पुरुषों की सक्रिय भागीदारी बढाए, स्थानीय खाद्य एवं उत्पादों को बढ़ावा दे। यह निर्देश कलेक्टर श्री हिमांशु चन्द्रा ने महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा मंगलवार को नीमच में आयोजित।
जिला स्तरीय पोषण माह कार्यशाला में दिए। बैठक में कलेक्टर चंद्रा ने परियोजना अधिकारियों एवं पर्यवेक्षकों को निर्देशित किया कि 17 सितम्बर 2025 से 16 अक्टूम्बर 2025 तक आयोजित पोषण माह में अन्य विभागों से बेहतर समन्वय स्थापित कर नागरिकों में पोषण के प्रति जागरूकता लाए। पोषण माह में निर्धारित गतिविधियों एवं कार्यक्रमों का आयोजन सुनिश्चित करें। अति कम वजन के बच्चों को जन सहयोग से फूड बास्केट उपलब्ध करवाए। जिला पंचायत सीईओं अमन वैष्णव ने कहा कि, आंगनवाड़ी केन्द्रों में अति कम वजन एवं मध्यम कम वजन वाले बच्चों का वजन का सत्यापन करें एवं अति कम वजन तथा मध्यम कम वजन वाले बच्चों के अभिभावको को पोषण एवं स्वास्थ्य शिक्षा प्रदान कर समझाईश के माध्यम से कुपोषण में कमी लाने के सतत् प्रयास करें।
पोषण माह अन्तर्गत प्रति दिवस आयोजित की जाने गतिविधियों की जानकारी आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को पूर्व में ही उपलब्ध कराई जाए। बैठक के प्रारम्भ में जिला कार्यक्रम अधिकारी सुश्री अंकिता पंड्या, ने पोषण माह में आयोजित गतिविधियों एवं कार्यक्रमों का विस्तृत विवरण प्रस्तुत कर जानकारी दी कि पोषण माह में उत्कृष्ट कार्य करने वाले परियोजना अधिकारी, पर्यवेक्षक, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता एवं पोषण अभियान अन्तर्गत ब्लॉक समन्वयकों को पुरस्कृत किया जावेगा । जिला स्तरीय पोषण माह कार्यशाला में संदिप दिखीत , सुभाष गवई सभी परियोजना अधिकारी, पर्यवेक्षक एवं पोषण अमले के नितेश दुबे, जिला समन्वयक, महेश सांवरिया जिला परियोजना सहायक एवं परियोजना स्तरीय कर्मचारी उपस्थित थे।