भोपाल।अलग अलग स्थानों पर सक्रिय पांच मौसम प्रणालियों और मानसून के चलते मध्य प्रदेश का मौसम एकदम से बदल गया है। अगले 48 घंटों में भोपाल, नर्मदापुरम, जबलपुर, रीवा, सागर, शहडोल, उज्जैन, ग्वालियर संभाग के जिलों में मध्यम से भारी बारिश के आसार हैं। विशेषकर रीवा शहडोल संभाग में अतिवृष्टि हो सकती है।है। यहां अगले 24 घंटे में साढ़े 8 इंच तक पानी गिर सकता है। बता दे कि 1 जून से 23 जुलाई के बीच एमपी में औसत से 49% अधिक वर्षा हुई है।पूर्वी क्षेत्र में 65% से अधिक और पश्चिमी क्षेत्र औसत से 34% अधिक वर्षा हुई है। शुक्रवार को इन जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जबलपुर, रायसेन, नर्मदापुरम, नरसिंहपुर, दमोह, बालाघाट, मंडला, डिंडौरी, अनूपपुर, उमरिया, शहडोल, कटनी, पन्ना, सतना, मैहर, रीवा, मऊगंज, सीधी , सिंगरौली में अति भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट ।ग्वालियर, दतिया, टीकमगढ़, निवाड़ी, छतरपुर, सागर, शिवपुरी, अशोकनगर, विदिशा, सागर, सीहोर, देवास, हरदा, खंडवा, बुरहानपुर, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा और सिवनी में भारी बारिश एक साथ कई मौसम प्रणालियां सक्रिय, प्रदेश में होगी झमाझम वर्षा मानसून द्रोणिका श्री गंगानगर, सिरसा, मेरठ, हरदोई, पटना, जमशेदपुर, दीघा से होकर बंगाल की खाड़ी तक जा रही है।वर्तमान में बंगाल की खाड़ी के मध्य में कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ।हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात भी बना हुआ है, जो दक्षिण-पश्चिम दिशा की तरफ झुका हुआ है। एक द्रोणिका दक्षिणी छत्तीसगढ़ से बंगाल की खाड़ी में बने कम दबाव के क्षेत्र तक बनी हुई है। पूर्वी यूपी पर हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात और दक्षिण-पश्चिमी राजस्थान पर हवा के ऊपरी भाग में भी एक चक्रवात मौजूद है। बंगाल की खाड़ी में बना कम दबाव का क्षेत्र 24 घंटे में गहरे कम दबाव के क्षेत्र में बदलने की संभावना है, जिसके बारिश की गतिविधियों में तेजी आएगी। अबतक मध्य प्रदेश में कहां कितनी हुई वर्षा मध्य प्रदेश में अब तक औसत 21 इंच बारिश यानि 7.3 इंच बारिश( 53%) अधिक हुई है।खास करके 3 जिले निवाड़ी, टीकमगढ़ और श्योपुर में बारिश का कोटा पूरा गया है। इन जिलों में सामान्य से 15% तक ज्यादा पानी गिर चुका है।ग्वालियर समेत 5 जिलों भी बेहतर स्थिति में है। यहां 80 से 95% तक बारिश हो चुकी है। इंदौर और उज्जैन संभाग सबसे पीछे है। इंदौर, उज्जैन, शाजापुर, बुरहानपुर और आगर-मालवा में 10 इंच से भी कम पानी गिरा है।