भोपाल।मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना की 1.27 करोड़ लाड़ली बहनों के लिए खुशखबरी है। जल्द ही योजना की 26वीं किस्त जारी की जाएगी। खास बात ये है कि इस बार किस्त के साथ बहनों को रक्षाबंधन का तोहफा भी मिलेगा । मोहन सरकार की घोषणा के अनुरूप योजना की तय राशि 1250 के अलावा बहनों के खाते में शगुन के तौर पर 250 रुपए अतिरिक्त भेजे जाएंगे। दिवाली बाद हर माह 1500 रुपए मिलेंगे। दरअसल, वर्तमान में योजना के तहत 1250 प्रति माह लाड़ली बहनों को मिल रहा है। योजना के तहत इस महीने प्रदेश की सभी लाड़ली बहनों को राखी मनाने के लिए 1250 के साथ 250 रु अतिरिक्त बैंक खाते में भेजे जाएंगे, इस तरह बहनों के खाते में कुल 1500 रू मिलेंगे, क्योंकि रक्षा बंधन 9 अगस्त को है। संभावना है कि 10 से 15 जुलाई के बीच कभी भी मोहन सरकार योजना की किस्त जारी कर सकती है।वही दिवाली के बाद भाई दूज से योजना की राशि में 250 रु का इजाफा किया जाएगा और हर माह 1250 की जगह 1500 रुपए मिलेंगे। दिवाली बाद बहनों को हर माह मिलेंगे 1500, रक्षाबंधन पर 250 का शगुन मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि रक्षाबंधन से पहले सभी पात्र बहनों को 250 रुपए की अतिरिक्त राशि शगुन के रूप में भेजी जाएगी। दीपावली के बाद हम प्रदेश की सभी लाडली बहनों को हर माह 1500 रुपए महीना देंगे। बहन-बेटियों के हाथ में पैसा रहे तो घर ठीक से चलता है।अभी वर्तमान में योजना के तहत 1250 रूपये प्रति माह की राशि लाड़ली बहनों को दी जा रही है।योजना के तहत चरणबद्ध रूप से राशि बढ़ाकर तीन हजार रूपये प्रति माह तक की जायेगी।
अभी लाड़ली बहनों को मिलते है हर माह 1250 रुपए लाड़ली बहना योजना पिछली शिवराज सिंह चौहान सरकार द्वारा मई 2023 में शुरू की गई थी। लाड़ली बहना योजना का मुख्य उद्देश्य मध्य प्रदेश की महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना और उनके जीवन को बेहतर बनाना है। इस योजना के तहत 21 से 60 वर्ष की विवाहित महिलाओं को 1000 रुपए देने का फैसला किया गया था और फिर इसकी पहली किस्त 10 जून को जारी की गई थी। इसके बाद रक्षाबंधन 2023 पर राशि को बढ़ाकर 1250 रुपए कर दिया गया था। अब इस योजना के तहत 1250 रुपए महीना के हिसाब से महिलाओं को सालाना 15,000 रुपये मिलते हैं। लाड़ली बहनों को जून 2023 से जून 2025 तक मासिक आर्थिक सहायता राशि की कुल 25 किश्तों का अंतरण किया गया है।
प्रदेश की लाड़ली बहनों को अब तक 28 हजार करोड़ से अधिक का लाभ मिल चुका है।