भोपाल। मानसून के फिर एक्टिव होते ही अगले 3 दिनों तक उत्तरी छत्तीसगढ़ के कुछ स्थानों पर भारी से अति भारी वर्षा होने की संभावना है।अगले 4 दिनों तक उत्तरी छत्तीसगढ़ में मध्यम से तीव्र वज्रपात होने तथा बादल छाए रहने की संभावना है। आज बुधवार को भी 25 जिलों में मेघ गर्जन के साथ वज्रपात और मध्यम से भारी वर्षा होने की चेतावनी जारी की गई है। रायपुर में आकाश सामान्यतः मेघमय रहने व गरज-चमक के साथ वर्षा होने की संभावना है। अधिकतम और न्यूनतम तापमान क्रमशः 33°C और 27°C के आसपास रहने की संभावना है।फिलहाल दक्षिण-पश्चिम मानसून उत्तरी सीमा दीसा, इंदौर, पंचमढी, मंडला, अंबिकापुर, हजारीबाग़ और सुपौल से गुज़र रही है।
अगले दो दिनों के दौरान छत्तीसगढ़ के शेष भागों में दक्षिण-पश्चिम मानसून के आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियां अनुकूल हैं। आज इन जिलों में बारिश का अलर्ट बलौदा बाजार, जांजगीर-चाांपा, बिलासपुर, कोरबा, गौरेला-पेंड्रा -मरवाही, बेमेतरा, कबीरधाम, मुंगेली, सूरजपुर, कोरिया, में मेघगर्जन / आकाशीय बिजली / अचानक तेज हवा (30-40 KMPH) के साथ मध्यम वर्षा । उत्तर बस्तर कांकेर, धमतरी, बालोद, राजनाांदगाांव, गरियाबांद, महासमुंद, रायपुर, बलौदा बाजार, जांजगीर-चाांपा, रायगढ़ , बिलासपुर, कोरबा, जशपुर, दुर्ग, बेमेतरा, कबीरधाम, सुरगुजा, सूरजपुर, कोरिया, बलरामपुर में मेघगर्जन / आकाशीय बिजली / अचानक तेज हवा (30-40 KMPH) । वर्तमान में सक्रिय है चक्रवाती परिसंचरण दक्षिण-पश्चिम बांग्लादेश और उससे सटे पश्चिम बंगाल के गंगा के मैदान पर बना निम्न दबाव का क्षेत्र, इससे जुड़ा ऊपरी हवा का चक्रवाती परिसंचरण समुद्र तल से 7.6 किमी ऊपर तक फैला हुआ है, जो ऊंचाई के साथ दक्षिण की ओर झुका हुआ है
और इसके धीरे-धीर पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने और अगले 24 घंटों के दौरान पश्चिम बंगाल के गंगा के मैदान और आसपास के इलाकों में और अधिक स्पष्ट होने की संभावना है।गुजरात क्षेत्र और उसके आसपास के क्षेत्रों से होते हुए झारखंड तक एमपी और उत्तरी छत्तीसगढ़ से होते हुए समुद्र तल से 0.9 किमी ऊपर चक्रवाती परिसंचरण का गर्त बना हुआ है।