नीमच । शहर के प्रमुख विकास नगर, स्कीम नंबर 34व36 सहित तीन वार्डों में भुमि का जलस्तर संजीवनी नाले के पानी से बढ़ता है। क्षेत्र वासियों ने बताया कि वर्तमान नगर पालिका कार्यकाल में एक भी बार संजीवनी नाले का गहरी करण को ध्यान में रख कर सफाई नहीं हई है।
यदि संजीवनी नाले की रेत निकाल कर गहरीकरण होता है तो इन तीनों क्षेत्रों का कुओं का जलस्तर बढ़ जाता है। पिछली नगर पालिका कार्यकाल में संजीवनी नाले की सफाई अभियान चलाया गया था लेकिन इस कार्यकाल में संजीवनी नाले की सफाई पर ध्यान नहीं दिया गया है क्षेत्रवासियों ने जिला कलेक्टर को पत्र लिखकर मांग की है कि बरसात से पूर्व संजीवनी नाले का गहरीकरण एवं सफाई अभियान सामाजिक संगठनों के सहयोग से चलाया जाए तो मंदसौर के पशुपतिनाथ मंदिर के समीप की नदी में जिस प्रकार सफाई अभियान चलाया गया है उस नदी का पानी साफ दिखने लगा है ठीक इसी प्रकार संजीवनी नाले की भी सफाई करें तो क्षेत्र में कभी बाढ़ भी नहीं आएगी। इनका कहना है - जलकुंभी हटाने के लिए विधायक जी से वार्ता की गई है और विधायक जी का लक्ष्य भी है कि संजीवनी नाले से लेकर सांवरिया जी मंदिर तक नाला स्वच्छ हो जाए और यहां एक अच्छे सुंदर घाट का निर्माण हो पूर्व सीएमओ महेंद्र वशिष्ठ को संजीव नाले की जलकुंभी हटाने के लिए अवगत कराया था और वर्तमान सीएमओ को भी पत्र लिखकर संजीवनी नाले से जलकुंभी हटाने और गहरीकरण के लिए प्रयास किया जाएगा क्षेत्रीय पार्षद योगेश कवीश्वर वार्ड क्रमांक 29 बरसात से पहले संजीवनी नाले का गहरीकरण होना चाहिए। सरस्वती शिशु मंदिर के पिछवाड़े जो छोटी पुलिया है उसकी ऊंचाई बढ़ाना चाहिए। कमल शर्मा, क्षेत्रीय पार्षद वार्ड क्रमांक 28, हर वर्ष बरसात आने पर जलकुंभी से पानी का नाला जाम हो जाता है और कॉलोनी में पानी आ जाता है और गंदे बरसात के पानी से मच्छर और सांप जीव जंतु का खतरा बढ़ जाता है इसलिए इस नाले को बरसात से पूर्व ही गहरीकरण करना आवश्यक है - क्षेत्रीय रहवासी प्रकाश गर्ग, सरस्वती शिशु मंदिर, स्पेंटा पेट्रोल पंप तथा पाटीदार छात्रावास के समीप की तीनों पुलियों में जहां कचरा फंसता था वहां से नगरपालिका की पोकलैंड के माध्यम से सफाई कार्य करवाया गया है। शीघ्र ही नगर पालिका के मुख्य कार्यपालन अधिकारी से बात कर गहरीकरण का प्रयास भी करवाया जाएगा कुसुम अशोक जोशी, वार्ड क्रमांक 30 क्षेत्रीय पार्षद,