चीताखेड़ा। जो नहीं करें राम गुणगान गाना जीहं सो दादूर (मेंढक) समाना। माता-पिता और गुरु व अपनों से बड़ों से सेवा करवाता है वही निशाचर है। सत्संग अगर नहीं मिल पा रहा है तो कोई बात नहीं लेकिन कुसंगत से डरना चाहिए, यह भी सत्संग है। क्षमता हो तो भगवान को अपना लो, अगर क्षमता नहीं है तो, उनके बन जाओ उसी में सब भलाई है। कथा पंडाल में अयोध्या के नाथ कौशल्या नंदन भगवान श्री राम जी का बड़े ही धूमधाम के साथ मनाया गया जन्मोत्सव। बंटी पंजेरी और चरनामृत,लूटाए चोक लेट- पिपरमेंट और खिलोने। उक्त अमृतवाणी जीरन में अयोध्या धाम से आई कथा मर्मज्ञ व प्रवक्ता पूजा लक्ष्मी प्रिया जी पांडे श्री धाम ने गुरुवार को श्री श्याम मित्र मंडल द्वारा आयोजित नौ दिवसीय श्री राम कथा ज्ञान गंगा महोत्सव में कथा के तीसरे दिन अपने मुखारविंद से पंडाल में उपस्थित श्रद्धालुओं को श्री राम ज्ञान गंगा रस पान करवाते हुए कही। उन्होंने कहा कि जीवन में अगर किसी को आगे बढ़ना है तो उसे व्यक्ति को कभी दूसरों पर आश्रित नहीं रहना चाहिए। पता नहीं प्रभु का बुलावा कब आ जाए, छोड़कर सब कुछ जाना पड़ेगा, समय रहते पहले प्रभु का स्मरण कर लेना चाहिए।
भगवान तत्व है ,निराकार हैं, भक्त की भक्ति के अनुरूप किसी भी रूप में आकर लेकर पहुंच जाते हैं। जीरन के श्री श्याम मित्र मंडल के तत्वाधान में जन सहयोग से नौ दिवसीय श्री राम कथा महोत्सव में पूज्या लक्ष्मी प्रिया जी पांडे के मुखारविंद से श्री राम ज्ञान गंगा प्रवाहित की जा रही है। कथा में प्रसंग आया अयोध्या के नाथ कौशल्या नंदन भगवान श्री राम जी का प्राकट्य उत्सव पर बजी थाली कटोरी और चम्मच तथा ढोल ढोलक, आर्गनाइज आदि और जय-जय श्री राम के जयकारों से गूंज उठा कथा पंडाल और फिर... अवध में आनंद भयो - जय रघुवर लाल की.........., आज डगर -डगर अयोध्या में बंट रही हे बधाइयां......, मेरा तो खुशीयों का रहा न ठिकाना........आदि अत्याधुनिक वाद्य यंत्रों की मधुर स्वर लहरियों के साथ पूज्या लक्ष्मी प्रिया जी पांडे के द्वारा सुमधुर भजनों की धुन पर पंडाल में उपस्थित युवा, बुजुर्ग महिला -पुरुष सभी श्रद्धालु अपने आपको रोक नहीं पाए और पूरे मनोभाव के साथ नृत्य करने पर मजबूर हो गए। श्री राम प्राकट्य उत्सव पर बड़े ही धूमधाम के साथ मनाया गया। चोक लेट , पिपरमेंट और खिलोने लूटाए गए। और पंचामृत,पंजेरी की प्रसाद वितरण की गई।
ऐसा प्रतीत हो रहा था कि मानो जीरन नगर में अयोध्या धाम ही साक्षात उतर आया हो। कथा प्रसंग में जालंधर, वृदामैया, नारद मुनि,भगवान विष्णु- लक्ष्मी जी का विवाह, कौशल्या, सतरूपा, मनु महाराज, रावण, श्रृंगी ऋषि, केकैई और सुमित्रा, राजा दशरथ का प्रसंग बड़े ही मार्मिक ढंग से सुनाया गया । प्रतिदिन कथा महोत्सव में प्रवचन ज्ञान गंगा प्रवचन प्रातः 11:00 बजे से शाम 3 तक कथा प्रवक्ता पूजा लक्ष्मी प्रिया जी पांडे के मुखारविंद से प्रवाहित किया जा रहे हैं। श्री श्याम मित्र मंडल जीरन के समस्त पदाधिकारी ने क्षेत्र की समस्त धर्म प्रेमी जनता से अनुरोध किया है कि अधिक से अधिक संख्या में निर्धारित समय पर पहुंचकर श्री राम कथा ज्ञान गंगा में डूबकियां लगाए।