नीमच। बेटियां दो परिवारों का कल्याण करतीं हैं। बेटी घर परिवार को संवारती है। बेटियां दो परिवारों में संस्कार आगे बढ़ाते हुए समन्वय प्रेम सद्भाव और एकता बढ़ाती है। बेटिया है तो कल है। बेटियां परिवार का कल्याण करती है । उक्त विचार महामण्डलेश्वर श्री श्री 1008 श्री परम पूज्य गुरुदेव अनंत विभूषित ईश्वरानंद ब्रह्मचारी ध्यान योगी महर्षि उत्तम स्वामी जी महाराज के शिष्य पंडित नरेश शर्मा ने कहीं । वे शुकदेव मुनि की तपस्थली के समीप श्री गोपाल कृष्ण गौशाला एवं कल्पवृक्ष धाम अनोपपुरा, कनेरा घाटा क्षेत्र के तत्वाधान में श्री राम कथा, तुलसी विवाह एवं सर्वजातीय निःशुल्क सामूहिक विवाह सम्मेलन में आयोजित धर्म सभा में बोल रहे थे उन्होंने कहा कि घर में मातृशक्ति यदि माता का प्रेम रहे तो घर में आनंद रहता है। धर्मशास्त्र में संबंध विच्छेद शब्द सनातन धर्म में कहीं उल्लेख नहीं है। यज्ञ पूर्ण संकल्प से पुर्ण होता है। पत्नी की प्रेरणा से ही तुलसीदास रामायण ग्रंथ के रचनाकार बन गए थे। संतोषी सदैव सुखी रहता है। राम तप है, मर्यादा पुरुषोत्तम हैं। पिता का धर्म समझना है तो रामायण को सुनना चाहिए। शत्रु का व्यवहार कैसा होना चाहिए रामायण सिखाती है। पूरे संसार के कल्याण के लिए सदैव पुण्य कर्म करते रहना चाहिए। गाय में ईश्वर का निवास होता है। चिंता नहीं चिंतन करना चाहिए तभी आत्मा का कल्याण होता है। नरसी मेहता की पत्नी की मृत्यु हो गई थी तो भी नरसी मेहता अपनी भक्ति करते करते रहे रहे थे । भगवान हमें जिस स्थिति में रखें हमें इस स्थिति में रहना चाहिए तभी हमारे जीवन का कल्याण हो सकता है। कथा के दौरान गौशाला अध्यक्ष पुष्कर कुमार शर्मा, उपाध्यक्ष सतीशचंद्र राठी, सचिव गीतालाल पचोरिया, सह सचिव रामनारायण बीर, चंद्रशेखर व्यास, बंशीलाल धंधोंलिया हीरालाल गाजी फूलचंद धंधोंलिया कन्हैया लाल धाकड़ जगदीश खेड़ी, आसन दरिया नाथ मंहत लालनाथ, नारायण सोमानी, कृष्णपाल जगपाल सुखानंद, नाथूसिंह, भोलीराम धाकड़, पप्पू सोनी सहित बड़ी संख्या में गौभक्त उपस्थित थे। आरती के बाद महा प्रसादी का वितरण किया गया। ये थे धार्मिक प्रसंग महाराज श्री ने जामवंत, महादेव पूजन, रामेश्वरम स्थापना विद्वान पंडित रावण, आदि धार्मिक विषयों पर वर्तमान परिप्रेक्ष्य में महत्व प्रतिपादित किया गया। नवाहन पारायण पाठ प्रवाहित कार्यक्रम की श्रृंखला में विगत 24 मई से रविवार 1 जून तक प्रतिदिन रात्रि 8:30 बजे नवाहन पारायण पाठ का आयोजन हो रहा है। कथा कार्यक्रम के अंतर्गत अभियान की श्रृंखला में कार्यक्रम में अभी तक 9 विवाह योग्य युवक युवतियों के जोड़ों का पंजीयन हो चुका है। कार्यक्रम की श्रृंखला में तुलसी विवाह एवं सर्वजातीय निःशुल्क सामूहिक विवाह सम्मेलन 1 जून को सुबह 7 बजे जोड़ों का आगमन होगा। वर निकासी एवं तोरण सुबह 8 बजे होगा, पाणीग्रहण संस्कार 8:30 बजे और दोपहर 3 बजे विदाई कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। इस अवसर पर वृक्षारोपण अभियान का शुभारंभ, नवीन टीन शेड का लोकार्पण, गोपालक एवं भामाशाह सम्मान समारोह, "गोमय वसते लक्ष्मी "पत्रिका का विमोचन पूज्य संतों के पावन सानिध्य में आयोजित किया