चीताखेड़ा। जंगली जानवरों से फसलों की रक्षार्थ हेतु खेतों पर तार फेसिंग (बागड़) लगाते हैं। लेकिन जानवर को क्या पता उसको तो पेट की आग बुझाना है,बस उसी चक्कर में अपने भोजन की तलाश में भटकता रोजडे का बच्चा समीपस्थ ग्राम जलोदिया केलुखेडा के कृषक राकेश जाट के खेत पर लगी तार फेसिंग में फंस गया। निकलने के लिए छटपटाया जिससे बूरी तरह से घायल हो गया। शनिवार को दोपहर किसान घुमता हुआ जब खेत पर पहुंचा तो देखा कि जंगली जानवरों रोजडे का बच्चा कांटेदार तार फेंसिंग में बूरी तरह फंसा हुआ है।मूकप्राणी जंगली जानवरों रोजडे के बच्चे पर रहम आया और फोन लगाकर अपने साथियों को बुलाया और कंटीले तार फेंसिंग काटकर रोजडे के जगह-जगह शरीर पर लगे घावों पर मरहम पट्टी बांध कर दर्द निवारक इंजेक्शन लगाकर जान की रक्षा कर सुरक्षित जंगल की ओर भगाया।