चीताखेड़ा। मध्य प्रदेश में किसानों के लिए एक महत्वपूर्ण पहल के रूप में ई-केवाईसी और फार्मर आईडी,रजिस्ट्री कार्य की शुरुआत की गई है। इस प्रणाली के तहत प्रत्येक किसान का एक विशिष्ट किसान आईडी (फार्मर आईडी ) एवं ई- केवाईसी बनाया जा रहा है।
जिले में कलेक्टर हिमांशु चंद्रा के मार्गदर्शन में राजस्व विभाग द्वारा किसानों की खसरा, ई -केवाईसी एवं फार्मर आईडी ,रजिस्ट्री बनाने के लिए विशेष अभियान चलाए जा रहा है । इसी अभियान के तहत चीताखेड़ा के सहकारी सोसायटी कार्यालय पर विशेष रूप से तीन दिवसीय शिविर आयोजित किया गया है जिसमें पटवारी नरेन्द्र योगी, युवा कृषक कलाम द्वारा अभी तक 300 ई -केवाईसी तथा 160 फार्मर आईडी ,रजिस्ट्री का पंजीयन किया गया है। जीरन तहसीलदार यशपाल मुजावदिया और नायब तहसीलदार कमलेश डुडवे ग्राम चीताखेड़ा में चल रहे ई -केवाईसी ,फार्मर आईडी ,रजिस्ट्री कार्य का चल रहे तीन दिवसीय शिविर का जायजा लिया। इस मौके पर चीताखेड़ा हल्का मोज़ा पटवारी नरेन्द्र योगी एवं सोसाइटी कर्मचारी तथा किसान उपस्थित थे। पटवारी नरेन्द्र योगी द्वारा अपने कर्तव्यों के प्रति जागरूक होकर किए जा रहे कार्य की तहसीलदार ने सराहना की। तहसीलदार यशपाल मुजावदिया ने उपस्थित किसानों को शेष बचे किसानों से अपनी खसरा, ई -केवाईसी, फार्मर आईडी बनाने हेतु प्रेरित किया। कहा की प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि, कृषि ऋण योजना, मुख्यमंत्री किसान सहायता योजना, स्वास्थ्य कार्ड ,कृषि मशीनरी योजना जैसे राज्य सरकार की योजनाओं के लिए अब सिर्फ फार्मर आईडी ही देना होगा। कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय ने किसानों के लिए बड़ी योजना बनाई है। केंद्र और प्रदेश सरकारों की योजनाओं का लाभ उन्हीं किसानों को मिलेगा जिनके पास फार्मर आईडी होगा ,यह आईडी आधार कार्ड नंबर से लिंक होगा ।आईडी हासिल करने के लिए किसानों को अलग-अलग शिविरों के अलावा सीएससी व एमपी ऑनलाइन पर तथा पटवारी के माध्यम से पंजीयन करवाना होगा।