नीमच। असुरक्षा, भय अथवा रक्षा का सीधा संबंध मनुष्य के मनोमस्तिष्क से है, वर्तमान मनुष्य की मनोस्थिती में काम, क्रोध, लोभ, मोह, अहंकार आदि विकार व्याप्त हैं, यही एकमात्र कारण है कि आज का विश्व असुरक्षा एवं भय से ग्रसित है तथा मनुष्य तनाव ग्रस्त, दुखी व अशांत जीवन जी रहा है ।
किन्तु वर्तमान विश्व परिवर्तन के पुरूषोत्तम संगमयुगी काल में स्वयं भू शिव परमात्मा इस धरा पर ब्रह्मातन के माध्यम से मनुष्य की दृष्टि एवं वृत्ति का शुद्धिकरण सत्य ईश्वरीय गीता ज्ञान एवं राजयोग की शिक्षा के माध्यम से कर रहे हैं। रक्षा बंधन पर्व दिव्य एवं अलौकिक है, इसे केवल भाई बहन के नाते से ही नहीं मनाया जाना चाहिए, यह तो ईश्वरीय शक्ति सम्पन्न रक्षासूत्र है जिसे हर मानव मात्र को पवित्र दृष्टि वृत्ति की प्रतिज्ञा लेकर अपनी कलाई पर बंधवाना चाहिए। यही पवित्र राखी मनोविकारों से रक्षा करेगी और महिलाओं के प्रति कुदृष्टि एवं बलात्कार आदि सभी समस्याओं से निजात दिला सकेगी ।" उक्त विचार ब्रह्माकुमारी संस्थान की सबझोन संचालिका राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी सविता दीदी ने नीमच के विशाल सद्भावना सभागार में आयोजित दो दिवसीय अलौकिक रक्षाबंधन पर्व पर उपस्थित जन समुदाय के सम्मुख व्यक्त किये। इस अवसर पर संस्थान के सबझोन निदेशक बी. के. सुरेन्द्र भाई ने भी सभी को रक्षाबंधन पर्व की शुभकामनाऐं व बधाई देते हुए कहा कि "वर्तमान समय मनुष्य सभ्यता का अस्तित्व खतरे में है क्योंकि बड़े व शक्तिशाली देशों के राष्ट्र प्रमुख ही क्रोध व हिंसा की मानसिकता से ग्रस्त हैं। परमाणु शक्ति सम्पन्न राष्ट्रों के प्रमुख में से किसी ने भी अपने अहंकार वश परमाणु शक्ति का दुरूपयोग किया तो सारे विश्व का अस्तित्व खतरे में पड़ जाएगा।
इन सभी समस्याओं से मुक्ति पाने के लिए विश्व बंधुत्व की भावना से मनाया मन जाने वाला अलौकिक ईश्वरीय रक्षाबंधन मददगार सिद्ध हो सकता है तथा राजयोग मेडिटेशन के द्वारा विश्व कल्याण की कामना के प्रकम्पन्न प्रवाहित करके विश्व में शांति स्थापित की जा सकती है, किन्तु इस कार्य में सभी का सामुहिक प्रयास आवश्यक है ब्रह्माकुमारी संस्थान द्वारा सारे विश्व में मनाए गए अलौकिक रक्षाबंधन पर्व के अंतर्गत नीमच सबझोन के नीमच, मनासा, रामपुरा, जावद, जीरन, मल्हारगढ़, पिपलिया मंडी, नारायणगढ़ आदि सभी केन्द्रों पर यह रक्षाबंधन पर्व मनाया गया । विशेषकर नीमच में 1000 से अधिक भाई बहनों को आत्मिक स्मृति का तिलक प्रदान करके ईश्वरीय रक्षासूत्र बांधा गया तथा ब्रह्माकुमारी बहनों के पवित्र हस्तों से निर्मित प्रसादी खिलाकर मुंह मीठा कराया गया । इस कार्यक्रम में नगर के विधायक, नपा अध्यक्ष, कार्यपालिका व न्यायपालिका के उच्चाधिकारी, सी.आर.पी.एफ. के अधिकारीगण, डाक्टर्स, पत्रकार, समाजसेवी एवं अन्य प्रतिष्ठित नागरिकों ने अपनी उपस्थिति दर्ज करवाकर वरिष्ठ ब्रह्माकुमारी बहनों से उपदेश सुनकर ईश्वरीय रक्षासूत्र बंधवाया । इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में उपस्थित बच्चों व बड़ों से अपने दैनिक आचरण में दृष्टि वृत्ति व खानपान की शुद्धि के संकल्प धारण करने की शपथ दिलाई गई।
कार्यक्रम का संचालन बी. के. श्रुति बहन ने किया ।